मध्य प्रदेश

कोरोना टेस्ट कराने वालों की डिटेल्स और 80 स्वैब स्टिक कबाड़ में मिले…

भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के चलते मप्र की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही सामने उजागर हुई है। कोरोना जांच कराने वाले लगभग 300 लोगों के नाम, मोबाइल नंबर और 80 से ज्यादा स्वैब स्टिक कबाड़ में पड़ी मिली हैं। स्वैब स्टिक पर एक्सपायरी डेट 2023 की है।

उक्त सामग्री कबाड़ में पड़े होने की सूचना आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को दी। लेकिन, ताज्जुब इस बात का है कि ये सामान लेने कोई नहीं पहुंचा। दूसरी ओर सीएमएचओ का कहना है, उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। ज्ञात हो कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते भोपाल में संक्रमण रोकने के लिए प्रतिदिन साढ़े 5 हजार लोगों की जांच की जा रही है। इसके चलते कोरोना जांच के लिए सैंपल देने वाले करीब 300 लोगों के नाम, मोबाइल नंबर की 13 शीट और 80 से ज्यादा स्वैब स्टिक सड़क पर कबाड़ के एक ठेले पर मिलीं।

प्रदीप खंडेलवाल ने बताया, उन्होंने जब इस बारे में सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को फोन कर सूचना दी तो उनका कहना था कि वह कबाड़ है, हमारे कोई काम का नहीं है। खंडेलवाल ने कहा, यह स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही है।

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