छत्तीसगढ़मुंगेली

कृषि विश्वविद्यालय में प्रवेश के नए नियम, छात्रों ने हाईकोर्ट में दी चुनौती

बिलासपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुये सी.ई.टी (पीजी) प्रवेश परीक्षा 2020 को निरस्त कर दिया तथा इस सत्र (2020-21) स्नातकोत्तर एडमिशन हेतु नया नियम जारी किया जिसमें स्नातक के प्रतिशतों के आधार पर बनी मेरिट सूची से ही छात्र चयनित हो सकेंगे, जो कि यह छात्रों के अनुसार गलत है।

नए नियम के एकाएक आ जाने से तैयारी कर रहे हजारों छात्र एवं छात्राओं का समय व मेहनत व्यर्थ हो जाएगी जिससे उनका भविष्य भी संकट में भी आ सकता है जबकि पूर्व में भी प्रवेश परीक्षाएं निरंतर होती रही है। इस संबंध में विश्विद्यालय को छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार से विनती की गई कई ज्ञापन दिए गए परंतु कोई जवाब न प्राप्त होने पर शिवम सोनी,उत्कर्ष सिंह राणा,पवन ताम्रकार समेत अन्य कृषि छात्रों ने अधिवक्ता के.पी.एस गाँधी के माध्यम से हाईकोर्ट में आर्टिकल 226 के तहत याचिका दायर कर दी है।

छात्रों ने बताया अभी हाल में ही 24 अगस्त को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की कृषि प्रवेश परीक्षा पूरे देश तथा छत्तीसगढ़ के तीन बड़े शहरों रायपुर, बिलासपुर, भिलाई में भी हो चुकी है। अन्य राज्यों की तुलना करें तो उत्तर प्रदेश एवं कर्नाटक में भी परीक्षाएं सम्पन्न करायी जा चुकी है, जबकि आगामी सितम्बर में भी कई बड़ी परीक्षाओं की घोषणा की जा चुकी है।

जिसमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की प्रवेश परीक्षा भी शामिल है। कृषि विश्वविद्यालय के इस नए नियम से न सिर्फ़ छात्र मात्र को बल्कि सम्पूर्ण कृषि समुदाय के लिए यह धीमा ज़हर का काम करेगा।

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