बिलासपुर/रतनपुर। हमारी संस्कृति को हमें भूलना नहीं है,बल्कि इनमें उत्साहपूर्वक भाग लेना है। राज्य सरकार हमारी संस्कृति को जीवंत बनाने व गरिमा प्रदान करने में निरंतर प्रयास कर रही है। देश में सर्वाधिक कीमत पर हम धान खरीदी कर रहे हैं। किसानों के आमदनी बढ़ाने की बात देश में जहां पर भी आती है, तब छत्तीसगढ़ माॅडल पर जरूर विचार होता है।
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने रविवार को रतनपुर में माघी पूर्णिमा व आदिवासी विकास मेले का शुभारंभ करते हुए कहा कि विस्मृत होती जा रही छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं कलाओं को पुनर्जीवित कर पुष्पित पल्लवित करने का बीड़ा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उठाया है। अब छत्तीसगढ़िया कहलाने में हम सबको गर्व होता है। 7 दिवसीय मेले में पहुंचे मंत्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति, तीज-तिहार ओर परम्पराओं से हमारी मूल पहचान हैं। इन्हें आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस साल धान खरीदी के बदले लगभग 22 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया गया है जो कि मेला-मड़ई उत्सव में खुशी के रूप में प्रदर्शित हो रही है। समारोह की अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष मनोहर राज ने की। वहीं नगरपालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे एसडीएम हरिओम द्विवेदी, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सुमन जायसवाल आदि मौजूद रहे।