बिलासपुर

नए रचनाकारों को प्रोत्साहन देने एनबीटी उत्सुक : मंडोरा

बिलासपुर पुस्तक मेला 5 से 13 नवंबर तक

बिलासपुर। नेशनल बुक ट्रस्ट रचनाकारों के पुस्तकों के प्रकाशन के लिए कोई राशि नहीं लेती है बल्कि जिन रचनाकारों के पुस्तकों का प्रकाशन होता है उन्हें रायल्टी दी जाती है। संस्था नए रचनाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए उत्सुक है।

उक्त बातें नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा 5 से 13 नवंबर तक आयोजित हो रहे बिलासपुर पुस्तक मेला के संचालन के लिए दिल्ली से आए संस्था के अधिकारी डॉ. ललित किशोर मंडोरा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए  कही। उन्होंने बताया कि बिलासपुर पुस्तक मेला में हिन्दी, अंग्रेजी तथा उर्दू की पुस्तकें विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी। इस दौरान साहित्यिक गतिविधियां तथा परिचर्चाएं व अन्य सांस्कृतिक आयोजन प्रतिदिन होती रहेगी। स्थानीय लाल बहादूर शास्त्री स्कूल मैदान में आयोजित इस मेले में छत्तीसगढ़ के रचनाकारों की पुस्तकें लोकार्पण का कार्यक्रम भी होगा। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के बारे में जानकारी देते हुए श्री मंडोरा ने बताया कि मानव संसाध विकास मंत्रालय के अधीन यह एक स्वायत्त शासी संस्था है जो 40 भाषाओं में पुस्तकों का प्रकाशन कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों में यह भ्रांति है कि नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित होने वाले पुस्तकों के लिए कोई राशि देनी होती है। वस्तुत: एनबीटी कोई राशि नहीं लेती बल्कि रचनाकारों को रायल्टी देती है। उन्होंने बताया कि अब तक छत्तीसगढ़ के दो दर्जन से अधिक रचनाकारों की पुस्तकें संस्था द्वारा प्रकाशित की जा चुकी हैं। उन्होंने इस पुस्तक मेला का लाभ उठाने की अपील की है।

नेशनल बुक ट्रस्ट के संयुक्त संचालक सुभाशिष दत्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस संस्था की स्थापना वर्ष 1957 में हुई थी। प्राय: एक वर्ष में 10 से अधिक पुस्तक मेला का आयोजन किया जा रहा है। बिलासपुर पुस्तक मेला में कुल 40 स्टाल लगाए जा रहे हैं। जिसमें दिल्ली के 5, छत्तीसगढ़ के 6 व आगरा के 2 प्राकशकों सहित लगभग 20 प्रकाशक यहां आ रहे हैं। श्री दत्ता ने बताया कि पुस्तक मेला किसी विशेष विषय पर फोकस नहीं है। इस दौरान बिलासा कला मंच के डॉ. सोमनाथ यादव, राजेंद्र मौर्य, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल सहित अन्य साहित्यकार उपस्थित थे।

बिलासपुर पुस्तक मेला का शुभारंभ 5 नवंबर कों प्रात: 10 बजे स्थानीय लाल बहादूर शास्त्री स्कूल मैदान में होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. वंश गोपाल सिंह कुलपति पं.सुंदर लाल शर्मा विवि, प्रो. गौरीदत्त शर्मा कुलपति बिलासपुर विवि के अतिरिक्त विशेष अतिथि डॉ. विनय पाठक वरिष्ठ साहित्यकार तथा डॉ. संजय अलंग जिलाधीश बिलासपुर होंगे। 5 नवंबर को सायं 4 से 5.30 तक गीत-गजल पाठ का आयोजन किया गया है। इसमें साहित्यकार केके पाठक, तनवीर हसन, अर्पण कुमार बिलासपुर, माणिक विश्वकर्मा कोरबा, सतीश सिंह जांजगीर, सुरेश पैगवार, चांपा, किशोर तिवारी दुर्ग प्रतिभागी होंगे।

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