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जवानों के जज्बे, शौर्य और साहस से नक्सलवाद बनेगा बीते दिनों की बात- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सुरक्षा व्यवस्था, अपराधों के नियंत्रण के साथ-साथ कोरोना काल में मानवता की सेवा करने में हमारे पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने देश के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। छत्तीसगढ़ पुलिस का नया चेहरा सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों के जज्बे, शौर्य, हौसले और साहस से नक्सली कुछ पाकेट में सिमट कर रह गए हैं। बहुत संभव है कि आने वाले कुछ सालों में नक्सलवाद बीते दिनों की बात हो जाएगी।

मुख्यमंत्री आज यहां पुलिस परेड मैदान में पुलिस के अधिकारियों और जवानों के लिए आयोजित नववर्ष मिलन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की। इस अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, गृह विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर संभाग में नक्सली अब छोटे से क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं। राज्य सरकार की विश्वास, विकास और सुरक्षा की रणनीति पर चलते हुए हमारे जवानों ने आदिवासियों और वनवासियों का विश्वास जीतने में सफलता पाई है। पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के साहस, समर्पण और बहादुरी से बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क, पुल-पुलिया का निर्माण संभव हो सका है। अंदरूनी इलाकों में लोगों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। लोग पुलिस कैंम्प खोलने की मांग करने लगे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में एक वर्ष में 23 कैम्प खोले गए हैं। शायद ही देश के किसी संवेदनशील इलाकों में इतने कैम्प खोले गए होंगे। पुलिस कैम्प आदिवासियों और वनवासियों के लिए सुविधा केन्द्र के रूप में काम कर रहे हैं। कैम्प के नजदीक आंगनबाड़ी, राशन दुकान, स्कूल, हाट-बाजार खुले हैं। लोग अब यह समझने लगे हैं कि पुलिस कैम्प हमारी सुरक्षा के लिए हैं। अंदरूनी इलाकों में बनने वाली सड़कें और मोबाईल टावर उनकी सुविधा के लिए हैं।

बस्तर अंचल के जन-जीवन में यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है। हमारी पुलिस ने लोगों का दिल जीता है। उन्होंने सुकमा में भेंट मुलाकात के दौरान सामाजिक संगठनों के साथ मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि यहां व्यापारी संगठनों ने बताया कि अब उन्हें सुकमा में शादी-ब्याह करने में कोई परेशानी नही आती। यह हमारे पुलिस बलों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। पुलिस बलों के सम्मान में इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती।

मुख्यमंत्री ने राज्य शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं-ऋण माफी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, लघु वनोपजों की खरीदी और उनके वेल्यूएडिशन जैसी योजनाओं के अच्छे क्रियान्वयन के लिए मुख्य सचिव सहित प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने समारोह में जवानों से चर्चा के दौरान मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि अंदरूनी इलाकों में शिविर लगाकर लोगों को राशनकार्ड, आधारकार्ड और वनाधिकार मान्यता पत्र बनाए जाएं। ऐसा कोई भी न हो जिसका राशनकार्ड न हो और जिसे राशन न मिले। जहां मांग हो वहां मनरेगा के कार्य कराए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान जब पूरे देश की पुलिस फोर्स से लोगों से लॉकडाउन करा रही थी, तब छत्तीसगढ़ की पुलिस ने देश भर से छत्तीसगढ़ होकर अपने घर लौटने वाले लोगों की सेवा की। हमारे पुलिस थाने और चौकियां इन लोगों के लिए सुविधा केन्द्र बन गए। हमारे जवान आम जनता के सहयोगी और मार्गदर्शक के रूप में सामने आए।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि हमारे अधिकारियों और जवानों ने प्रदेश में बड़ी से बड़ी आपराधिक घटनाओं से संबंधित प्रकरणों को अपनी सजगता और सक्रियता से कुशलता पूर्वक सुलझाया और देश और प्रदेश में प्रशंसा प्राप्त की। प्रदेश में क्राइम रिकवरी दर 90 प्रतिशत रही। यह हमारे पुलिस अधिकारियों और जवानों की सक्रियता से ही संभव हो पाया है।

मुख्यमंत्री ने पुलिस बल के अधिकारियों और जवानों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपकी सजगता, सक्रियता और संवेदनशीलता से वर्ष 2023 भी बहुत अच्छा बीतेगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस जवानों से कहा नए साल के पहले दिन मैं आपके बीच आता हूँ, इस वर्ष भी इस परंपरा का निर्वाह किया।

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आम जनता में पुलिस के प्रति सम्मान की भावना और आपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए। हमारे पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारियों और जवानों ने आम जनता की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए मिलकर काम किया और अनेक चुनौतियों का सफलता पूर्वक सामना किया। आपराधिक प्रकरणों में पुलिस ने त्वरित कार्यवाही की। इससे हमारी पुलिस की छवि देश और प्रदेश में निखरी। उन्होंने पुलिस बल के अधिकारियों और जवानों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी।

पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने कहा कि पिछले वर्षों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पुलिस के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाएं गए। बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में नए कैम्प स्थापित किए गए जिससे राज्य सरकार की योजनाएं सुगमता पूर्वक लोगों तक पहुंच सकी। नक्सल अपराध और हिंसा अब न्यूनतम स्तर पर आ गए है। रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया।

मुख्यमंत्री ने समारोह में प्रदेश के विभिन्न अंचलों में 10 नवनिर्मित थानों का वर्चुअल लोकार्पण किया। पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा प्रत्येक थाने का निर्माण ढाई करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। मुख्यमंत्री ने धमतरी जिले के सिहावा, कबीरधाम जिले के बोड़ला और रेंगाखार, बालोद जिले के माहामाया और रनचिरई, राजनांदगांव जिले के गातापार, साल्हेवारा और मोहगांव, कोण्डागांव जिले के विश्रामपुरी और धनोरा थाने का लोकार्पण किया।

 मुख्यमंत्री बघेल ने ’हमर बेटी हमर मान’ अभियान के तहत रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ जिले के लिए एक-एक महिला सुरक्षा पुलिस पेट्रोल वाहन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर एडीजी पवन देव, अरूण देव गौतम, के.एस.आर.पी. कल्लुरी, प्रदीप गुप्ता और विवेकानंद सहित पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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