मध्य प्रदेश

लोकायुक्त ने गनेरा समिति प्रबंधक को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा, कार्रवाई का ग्रामीणों ने जताया विरोध …

भोपाल/नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के गनेरा में एक किसान से मुंग तुलाई और खरीदी के लिए एसएमएस भेजे जाने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे गनेरा समिति प्रबंधक राजकुमार चौहान को लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। मां नर्मदा वेयरहाउस गनेरा में समिति प्रबंधक ने जैसे ही आवेदक शिवनारायण पाल निवासी गनेरा से रिश्वत के 10 हजार रुपए लिए उसे लोकायुक्त टीम ने पकड़ लिया।

कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त टीम को वहां मौजूद किसानों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। किसान कार्रवाई को लेकर इतने अक्रोशित थे कि टीम को वहां से भागना पड़ा। इसके बाद आरोपित को नर्मदापुरम के सर्किट हाउस लाया गया, जहां पर कार्रवाई पूरी की गई।

लोकायुक्त डीएसपी योगेश खुरचानिया ने बताया कि आवेदक शिवनारायण पाल पिता शेर सिंह (70) निवासी गनेरा ने 25 अगस्त को एसपी लोकायुक्त को लिखित शिकायत की थी कि गनेरा समिति प्रबंधक राजकुमार चौहान द्वारा मूंग तुलवाई और मूंग खरीदी के लिए एसएमएस भेजे जाने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। आवेदक की शिकायत का सत्यापन कराया गया, जो सही पाई गई।

इसके बाद योजना बनाकर समिति प्रबंधक पर कार्रवाई करने के लिए लोकायुक्त टीम दोपहर के समय पहुंच गई। आवेदक ने राजकुमार चौहान को रुपए देने के बाद टीम को इशारा कर दिया। एक कमरे में बैठे राजकुमार ने जैसे ही टीम को देखा तो उसके होश उड़ गए। उसने पहले तो अपने आप को बेकसूर बताया, लेकिन टीम ने कैमिकल युक्त हो चुके हाथों को धुलवाया तो रंग बदल गया।

लोकायुक्त टीम की कार्रवाई की जानकारी लगने के बाद बड़ी संख्या में किसान वेयर हाउस के सामने जमा हो गए। समिति प्रबंधक राजकुमार पर लगाए आरोपों को वहां मौजूद लोगों ने गलत बताया। लोगों का कहना था कि फरियादी शिवनारायण शिकायती प्रवृत्ति का है, वह पहले भी इस तरह की शिकायत कर चुका है। इस दौरान वहां मौजूद लोगों की लोकायुक्त टीम के अधिकारियों से जमकर बहस हुई।

लोकायुक्त अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग आक्रोशित हो गए और प्रदर्शन करने लगे। लोकायुक्त टीम के वाहन को भी लोगों ने घेर लिया था। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई बंद कर दी। समिति प्रबंधक को जैसे ही लोकायुक्त टीम के अधिकारी अपने साथ लेकर निकले तो एक बार फिर लेगों ने विरोध जताया।

लोकायुक्त टीम के अधिकारियों ने बहादुरी का परिचय देते हुए समिति प्रबंधक को वाहन में बैठा लिया और उसे लेकर नर्मदापुरम के सर्किट हाउस आए और कार्रवाई पूरी की। लोकायुक्त टीम में डीएसपी योगश खुरचानिया, टीआई विकास पटेल, टीआई उमा कुशवाह व अन्य आरक्षक शामिल थे।

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