कोरबाछत्तीसगढ़

एबेकस से गणित सीखना और गणना करना हो रहा है आसान – शिक्षक दिलकेश मधुकर

कोरबा। जिला मुख्यालय कोरबा से लगभग 85 किलोमीटर दूर पाली विकासखंड के वनांचल आदिवासी व पहाड़ी क्षेत्र के कर्रा नवापारा के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक दिलकेश मधुकर अपने नवाचारी गतिविधियों और आनलाइन कार्यों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने आनलाइन कोर्स और विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल होकर 100 से अधिक प्रमाणपत्र और सम्मान प्राप्त कर पूरे जिले को गौरवान्वित किए हैं।

उनके द्वारा किए गए नवाचार शिक्षा मधुबन पीएलसी ग्रुप में सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल होकर निरंतर सरकारी स्कूलों की शिक्षा को बेहतर बनाने के कार्य और विचार मंथन करते हैं। कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी रखने और आंकलन करने के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

गणित विषय को हमेशा से कठिन विषय समझा जाता है लेकिन दिलकेश मधुकर का कहना है कि यह विषय सरल और आसान है बशर्ते इसकी अवधारणा को सरल तरीकों से सीखाया और गतिविधियों के द्वारा पढ़ाया जाएं। गणित में संख्याओं का ज्ञान और संक्रियाओं का ज्ञान ही गणित को आसान बनाता है। जहां हम अबेकस टूल के द्वारा गणितीय संख्या और संक्रिया कर सरल और गति के साथ कम समय में हल प्राप्त कर सकते हैं।

दिलकेश मधुकर शून्य निवेश नवाचार करते हुए फिंगर अबेकस से बच्चों को गणित की संख्या बोध और जोड़ घटाव गुणा जैसी संक्रियाओं को कम समय में हल करना सीखा रहे हैं।

कोरोना काल के इस विकट समय में पढ़ाई को जारी रखने के लिए दिलकेश मधुकर द्वारा जहां ऑनलाइन क्लास और ऑफलाइन क्लास दोनों ही तरीकों से बच्चों को जोड़ कर रखें हुए हैं। उन्होंने स्वयं के बहुत से शैक्षिक वीडियो छत्तीसगढ़ राज्य के पोर्टल पढ़ई तुहर दुआर में अपलोड किए हैं साथ ही अपनी गतिविधियों और नवाचार सोशल मीडिया व्हाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम और युट्यूब पर भी शेयर करते हैं।

जब पदोन्नत होकर शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवापारा कर्रा विकास खंड पाली जिला कोरबा में आएं तो वहां बच्चों की गणित की शिक्षा बहुत कमजोर थी। बच्चों की बौद्धिक विकास के लिए टी एल एम और गतिविधि आधारित शिक्षा देना प्रारंभ किए। वनांचल क्षेत्र और शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय के लिए एक उपाय करते हुए स्वयं के पैसे से लैपटॉप खरीदा और बच्चों को डिजिटल व स्मार्ट क्लास की सुविधा देना प्रारंभ किए।

  • बच्चों को कंप्यूटर की प्रारंभिक जानकारी देना।
  • बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करना।
  • विभिन्न प्रकार कबाड़ से जुगाड़ व शून्य निवेश नवाचार करना।
  • बच्चों को टाई, बेल्ट, परिचय पत्र उपलब्ध कराना।
  • शिक्षकों के साथ मिलकर शैक्षिक विकास योजना तैयार करना।
  • स्कूल के विभिन्न गतिविधियों के संग्रह के लिए वेबसाइट तैयार करना।
  • बौद्धिक विकास के लिए सर्वाधिक ऑनलाइन कोर्स के द्वारा अध्ययन करना।
  •  शिक्षकों को आनलाइन कोर्स और कक्षा प्रदर्शन में सुधार व वृद्धि के लिए मोटिवेट करना।
  • ऑनलाइन क्वीज का आयोजन करना और प्रमाण पत्र देकर बच्चों का उत्साहवर्धन करना।
  • बच्चों की साहित्यिक कौशल के विकास के लिए बाल पत्रिका किलोल में बच्चों और स्वयं की रचनाओं को समाहित करना।
  • जिला स्तरीय परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र तैयार करना।
  • पढ़ई तुहर दुआर के लिए सामग्री तैयार करना।
  • आनलाइन क्लास का संचालन करना। सहभागिता प्रमाणपत्र रोड मैप तैयार करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग रायपुर
  • राज्य स्तरीय मासिक पत्रिका संकुल के शिक्षकों के लिए चर्चा पत्र में दो बार स्थान पाना
  • छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस में शिक्षा विभाग में आनलाइन कार्य का प्रदर्शन.शिक्षक श्री मधुकर सर जिले के अन्य शिक्षक साथियों को हमेशा प्रेरित करते हैं.
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