मध्य प्रदेश

राष्‍ट्रीय जल सम्‍मेलन का अंतिम दिन: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने बताई महाराष्ट्र की जल व्यवस्था

बोले- हमारे यहां उद्योगों को सामान्य नहीं ट्रीटेड पानी दिया जाता है, वाटर रेगुलेटरी अथारिटी ही तय करती है पानी की कीमत

भोपाल। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि महाराष्ट्र में उद्योगों को सामान्य नहीं ट्रीटेड पानी दिया जाता है। हमने पालिसी बनाई है कि उद्योगों को सामान्य पानी नहीं दिया जाएगा, उन्हें ट्रीटेड पानी ही दिया जाएगा। जबकि यह भी जरूरी है कि स्थानीय नगरीय निकायों से ही उद्योगों को पानी खरीदना होगा। हमारे यहां वाटर रेगुलेटरी अथारिटी ही पानी की कीमत तय करती है।
श्री फडणवीस शुक्रवार को भोपाल में चल रहे जल मंत्रियों के सम्मेलन के दूसरे और अंतिम दिन महाराष्ट्र में पानी की व्यवस्थाओं का प्रजेंटेशन दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने वाटर गवर्नेंस थीम पर आधारित प्रजेंटेशन भी दिया। उन्होंने महाराष्ट्र की पानी की व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में आए केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने देवेंद्र फडणवीस को स्मृति चिन्ह भेंट किया। मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और देवेंद्र फडणवीस के मध्य सिंचाई को बढ़ावा देने और अंतरराज्यीय जल समझौते के तहत कार्य करने के संबंध में भी बातचीत हुई।
पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ
भोपाल के कुशाभाई ठाकरे सभागार में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ गुरुवार को पीएम मोदी ने किया था। श्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि देश के जल मंत्रियों का पहला अखिल भारतीय सम्मेलन अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। आज भारत वाटर सिक्योरिटी पर अभूतपूर्व काम कर रहा है। निवेश भी कर रहा है। हमारी संवैधानिक व्यवस्था में पानी का विषय राज्य के नियंत्रण में आता है। पीएम मोदी ने कहा कि हम जल जागरूकता के लिए आयोजन कर सकते हैं। हर घर तक पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन आपके राज्य का बड़ा डवलपमेंट पैरामीटर हो सकता है। मोदी ने कहा कि इडस्ट्रीज और खेती ऐसे सेक्टर हैं, जिसमें स्वाभाविक रूप से पानी की आवश्यकता रहती है। हमें दोनों ही सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए विशेष अभियान चलाकर उन्हें वाटर सिक्योरिटी के प्रति जागरूक करना होगा।

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