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30 हजार से अधिक स्टूडेंट्स पहुंचते ही गुलजार हुआ कोटा, शुरू हुई क्लासरूम कोचिंग

कोविड सुरक्षा मापदण्डों के तहत लगाई जा रही है क्लासेज,  सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनेटाइजेशन और थर्मल टेस्टिंग के साथ हर नियम की हो रही पालना

कोटा कोचिंग- फैक्ट-फाइल
30 हजार से अधिक स्टूडेंट्स आए कोटा में
1.5 हजार स्टूडेंट्स औसतन रोजाना आ रहे कोटा
10 बड़े कोचिंग संस्थान हैं कोटा में
50 से अधिक छोटे व इंडीविजुअल कोचिंग क्लासेज हैं
3000 हॉस्टल्स
25000 से अधिक पीजी रूम्स
1800 मैस संचालित हैं विभिन्न क्षेत्रों में
2 लाख लोग सीधे तौर पर निर्भर हैं कोचिंग पर
3 हजार करोड़ का सालाना कारोबार

कोटा। राजस्थान को कोटा शहर फिर से विद्यार्थियों से गुलजार हो गया है। 30 हजार से अधिक स्टूडेंट वहां पहुंच चुके हैं। कोविड मापदंडों का पालन करते हुए कोचिंग संस्थाओं ने क्लासरूम कोचिंग शुरू किया है। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है।

शिक्षा की काशी, कॅरियर सिटी, शैक्षणिक नगरी सहित कई नामों से विख्यात कोचिंग सिटी कोटा में क्लासरूम कोचिंग की पढ़ाई सोमवार से शुरू हो गई। 10 माह के लम्बे अंतराल के बाद जब क्लासरूम कोचिंग शुरू करने की अनुमति मिली तो स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स में भी उत्साह देखते ही बना। एक दिन की भी पढ़ाई का नुकसान नहीं हो, इसके लिए स्टूडेंट्स कोटा पहुंचे, जिन स्टूडेंट्स के बैच सोमवार से शुरू होने थे, उनके साथ उनके ज्यादातर अभिभावक भी कोटा आए और बच्चों के साथ कोविड गाइड लाइन की पालना सहित अन्य सावधानियां देखने कोचिंग संस्थानों तक पहुंचे। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में पहले ही दिन बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स क्लासेज में पहुंचे और हर कैम्पस में कोविड नियमों की पालना करते हुए क्लासेज लगाई गई। एलन की व्यवस्थाओं से स्टूडेंट्स तो खुश थे ही, पेरेन्ट्स भी संतुष्ट नजर आए। यही नहीं स्थानीय प्रशासन ने भी जायजा लिया और संतोष व्यक्त किया।
कोटा में क्लासरूम कोचिंग शुरू होने की खबर मिलने के साथ ही मेडिकल व इंजीनियरिंग में कॅरियर बनाने की इच्छा रखने वाले पूरे देशभर से हजारों स्टूडेंट्स ने कोटा लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। रोजाना अलग-अलग साधनों से स्टूडेंट्स कोटा पहुंच रहे हैं। रेल मार्ग से साधन सीमित होने के कारण बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स टैक्सी या व्यक्तिगत वाहनों से हजारों किलोमीटर का सफर तय करते हुए कोटा आ रहे हैं। इसके अलावा बसों से भी स्टूडेंट्स कोटा पहुंच रहे है। ऐसे में रोजाना कोटा में स्टूडेंट्स आ रहे हैं और कोटा के कोचिंग संस्थानों में स्टूडेंट्स की संख्या को देखते हुए रोजाना क्लासरूम के शेड्युल जारी कर पढ़ाई शुरू करवाई जा रही है।
कॅरियर से केयर सिटी हुआ कोटा
इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में कॅरियर बनाने के लिए पहचाने जाने वाले कोटा को अब कॅरियर के साथ-साथ केयर सिटी के रूप में भी पहचाना जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान जिस तरह केयर करते हुए स्टूडेंट्स को घर भेजा, अब उसी केयर के साथ पढ़ाई की तैयारी भी कोटा में की गई है। पेरेन्ट्स ने जब कोटा में क्लासरूम कोचिंग के इंतजाम देखे तो सभी का कहना है कि स्टूडेंट्स की केयर के मामले में कोटा का कोई मुकाबला नहीं है। यहां कॅरियर तो बनता ही है, स्टूडेंट्स के केयर भी पूरी तरह से की जाती है।
बेसब्री से था इंतजार
10 माह से ऑनलाइन घर पर पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को क्लासरूम कोचिंग शुरू होने का बेसब्री से इंतजार था। यही कारण है कि रोजाना हजारों पेरेन्ट्स और स्टूडेंट्स एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में फोन करके क्लासेज शुरू होने की जानकारी लेते थे। पेरेन्ट्स इस संबंध में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से भी गुहार कर चुके थे कि कोटा में जल्द से जल्द कोचिंग क्लासेज शुरू होनी चाहिए। स्टूडेंट्स का कहना था कि क्लासरूम कोचिंग के बाद ही हमें पढ़ाई का वास्तविक अनुभव होता है, क्योंकि इस दौरान हम टीचर्स से सवाल कर सकते हैं, साथी स्टूडेंट्स से बातचीत कर डाउट क्लीयर कर सकते हैं।
गली-गली गुलजार, बाजारों में बहार
कोटा में क्लासरूम कोचिंग शुरू होने का उत्साह सिर्फ कोचिंग क्लासेज तक ही सीमित नहीं है। यहां गली-गली गुलजार हो रही है। बाजारों में बहार है। कोटा आने वाले स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स का रेलवे स्टेशन से लेकर कोचिंग क्षेत्र तक के बीच जगह-जगह उत्साह से स्वागत किया जा रहा है। स्वागत के लिए कहीं गुब्बारे लगाए गए हैं तो कहीं वेलकम-बैक के बोर्ड लगे हैं। कोचिंग शुरू होने का उत्साह हर शहरवासी के चेहरे पर साफ झलक रहा है।
गुमटी व थड़ियां वालों में भी खुशी
कोटा में स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स को आता देख कोटा के कोचिंग क्षेत्रों में सड़क किनारे लगने वाली थड़ियां और गुमटियां फिर खुल गई है। लॉकडाउन के साथ ही बंद हुई हलचल के बाद यहां हजारों लोगों की आजीविका पर संकट आ गया था। बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए थे। ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने के साथ ही थड़ियां और गुमटियां खुल गई हैं। चाय-पोहे, सेंडविच, स्टेशनरी, साइकिल की दुकान, फल और ज्यूस के ठेले सभी शुरू हो गए हैं और वहां स्टूडेंट्स नजर आने लगे हैं।
एलन ने शुरू किया अस्पताल
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट द्वारा स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। स्टूडेंट्स की हेल्थ को प्राथमिकता देते हुए लॉकडाउन के दौरान एलन द्वारा 31 बैड का अस्पताल शुरू किया गया है। स्टूडेंट्स को प्राथमिक उपचार देने के उद्देश्य से इस अस्पताल में समस्त सुविधाएं की गई हैं। यहां कुछ चिकित्सकों द्वारा सेवाएं देना भी शुरू किया गया है। यहां आइसोलेशन एरिया, लैब और अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।
यूवी सैनेटाइजेशन सिस्टम
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में स्टूडेंट्स को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण देने के लिए क्लासरूम के ऑटोमेटिक सैनेटाइजेशन की व्यवस्था भी की गई है। कई क्लासेज में अल्ट्रा वायलट सैनेटाइजेशन सिस्टम लगाए गए हैं। इसके तहत जैसे ही स्टूडेंट्स क्लास से बाहर निकलेंगे, सैंसर्स के जरिए अल्ट्रा वायलट रेज शुरू हो जाएंगी और वो पूरी क्लास को सैनेटाइज कर देंगी। इसके बाद दूसरी क्लास शुरू की जा सकेगी। यही नहीं क्लासेज में मैनुअल सैनेटाइजेशन भी किया जा रहा है।
कोटा में क्या तैयारियां….
कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम के लिए अल्ट्रावायलट सैनेटाइजेशन की व्यवस्था
क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक बैंच पर एक स्टूडेंट।
अलग-अलग टाइम पर बैच की एंट्री और एग्जिट ताकि भीड़ नहीं हो।
एलन द्वारा स्टूडेंट्स के लिए डेडिकेटेड 31 बेड का अस्पताल
स्टूडेंट्स का मूवमेंट है, वहां फूट मार्क लगाए गए हैं।
एंट्री प्वाइंट पर मास्क चेकिंग, सेनेटाइजेशन, थर्मल चैकिंग और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
कोचिंग में भीड़ नहीं लगे इसके लिए नोटिस बोर्ड पर कुछ चस्पा नहीं जा रहा।
कैम्पस में हेल्थ चैकअप के लिए डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टॉफ की व्यवस्थाएं।
केंटीन संचालित नहीं की जा रही।
स्टूडेंट्स से कोविड नेगेटिव रिपोर्ट व पेरेन्ट्स का एक्सेप्टेंस लेटर लिया जा रहा है।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में मास्क के साथ फेसशील्ड्स भी वितरित की गई।
कोचिंग कैम्पस में विभिन्न स्थानों पर राज्य सरकार की कोविड गाइड लाइन चस्पा की
हॉस्टल्स में गाइड लाइन चस्पा, एक कमरे में एक ही स्टूडेंट।
हर हॉस्टल में आइसोलेशन के लिए अलग से कमरे या फ्लोर।
हॉस्टल्स में ही मैस संचालित होगी।
मैस में खाने के लिए एक साथ स्टूडेंट्स को कॉल नहीं किया जाएगा।
स्टूडेंट्स के कॅरियर के साथ केयर की प्राथमिकता
कोटा के लिए स्टूडेंट्स की हेल्थ सर्वोपरि है। वे स्वस्थ रहेंगे तो ही अच्छी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए हमने हर तैयारी की है। राज्य सरकार द्वारा जो भी गाइड लाइन दी गई है, उसका पूरी तरह से पालन करते हुए क्लासेज संचालित करना शुरू किया गया है। हम चाहते हैं जिस तरह कोटा को कॅरियर सिटी के रूप में पहचाना जाता है, अब इसे केयर सिटी के रूप में जाना जाए।
– नवीन माहेश्वरी, निदेशक, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट

ऑफलाइन क्लास का मुकाबला नहीं
मैं पिछले करीब 10 महीनों से ऑनलाइन पढ़ाई कर रही थी लेकिन ये ऑफलाइन का मुकाबला नहीं कर सकती। क्लासरूम का माहौल अलग ही होता है। स्टूडेंट्स एक-दूसरे से मोटिवेट होते हैं और उन्हें एक अच्छा कॉम्पिटिशन मिलता है। प्रत्येक स्टूडेंट अपनी बेस्ट परफॉर्मेन्स देने के लिए मोटिवेट होता है।
अविरल जैन, विदिशा मध्यप्रदेश

कोटा केयर भी करता है
कोरोना की वजह से ऑफलाइन क्लास को लेकर डर था लेकिन एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की व्यवस्थाएं काफी अच्छी हैं। क्लासेज में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। कैम्पस के अंदर व्यवस्थाएं ऐसी हैं कि कहीं भी भीड़ नहीं लग सकती। एंट्री के वक्त भी हाथ सेनेटाइज किए जा रहे हैं। बिना मास्क के किसी भी स्टूडेंट को प्रवेश नहीं मिल रहा।
शिव गुढ़ानिया, झज्झर हरियाणा

एग्जाम की होगी बेहतर तैयारी
काफी समय से ऑफलाइन क्लासेज प्रारंभ होने का इंतजार था। ऑनलाइन स्टडी कर रही थी लेकिन, वो ऑफलाइन की जगह नहीं ले सकती। हम एग्जाम की तैयारी पहले से ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकेंगे और रिजल्ट पर भी अच्छा असर देखने को मिलेगा। ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने से बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।
कनिका तोमर, बागपत उत्तरप्रदेश

एनर्जेटिक महसूस कर रही हूं
इतने महीनों का इंतजार आज खत्म हो गया। ऑफलाइन क्लासेज अटैंड करने के बाद खुद को एनर्जेटिक महसूस कर रही हूं। ऑनलाइन स्टडी से बोरियत होने लगी थी। रोजाना लगातार ऑनलाइन पढ़ने से सिरदर्द रहने लगा था। मुझे लग रहा था कहीं पिछड़ न जाऊं लेकिन अब लग रहा है पढ़ाई शुरू हो गई।
हर्षिता कुमारी, बेगुसराय बिहार

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