मध्य प्रदेश

एमपी के राघोगढ़ में डाकपालों ने बच्चियों की सुकन्या राशि पर डाला डाका ….

भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना जिले के राघोगढ़ इलाके के डाकघर में चार डाकपालों ने लगभग 20 लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल दिया। उन्होंने सुकन्या योजना में बच्चियों के पैसे तक को नहीं छोड़ा। उनके पैसे खाते में जमा करने की जगह अपनी जेबों में भर लिए। इससे भी मन नहीं भरा तो युवाओं के नाम से फर्जी लोन निकाल लिया। मामला सामने आने पर विभाग में हड़कंप मच गया। बहरहाल, चारों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर किया गया है।

हेड पोस्ट ऑफिस गुना के उप संभागीय निरीक्षक धीरज कुमार साकेत ने राघोगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें बताया गया कि राघौगढ उप डाक घर में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा शासकीय राशि का गबन किया गया है। चक्रेश कुमार जैन पुत्र चम्पालाल जैन, तत्कालीन उपडाकपाल राघौगढ़ उपडाकघर वर्तमान में सेवानिवृत हो गए हैं। वह उप-डाकपाल राघौगढ के पद पर 29 नवंबर 2018 से 29 अक्टूबर 2019 तक पदस्थ थे। उन्होंने डाक सहायक मुकेश सिंह पटेल के साथ मिलकर पांच खातों से 2.18 लाख रुपये की राशि का गबन किया। इसी तरह 28 जून 2016 से 10 जून 2017 तक उप-डाकपाल के पद पर पदस्थ अजय कुमार भगत ने भी चार खातों से पैसों का गबन किया। उन्होंने इन खातों से 90 हजार रुपये की निकासी फर्जी तरीके से की। इनके अलावा वायएस कुशवाह 2012 से 2016 और 2016 से 2019 तक उप-डाकपाल के पद पर पदस्थ रहे। उन्होंने भी 9 खातों से 4 लाख से ज्यादा का गबन किया।

उप संभागीय निरीक्षक के अनुसार आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से इस गबन को अंजाम दिया। जो लोग पैसा जमा करने आते, यह उनकी पासबुक में तो एंट्री कर देते थे, लेकिन खाते में पैसे जमा नहीं करते थे। इसी तरह कुछ खाते, जिनमे पैसे जमा तो कर लेते थे, लेकिन बाद में फर्जी तरीके से निकाल लेते थे। वहीं कुछ लोगों ने खाते खुलवाने के लिए अपने दस्तावेज जमा किये थे, इन्होंने उन दस्तावेजों का उपयोग कर उन युवकों के नाम से लोन निकाल लिया। युवकों को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि उनके नाम से फर्जी तरीके से डाकपाल ने लोन निकाल लिया है।

खाताधारक धीरज कुमार साकेत के अनुसार जब लोग जमा किये गए पैसों को निकालने पहुंचे, तो उन्हें जानकारी दी गयी कि उनके खाते में तो पैसे ही नहीं हैं। जब युवकों के पास लोन की किश्त के लिए तकादे आना शुरू हुए तो उन्हें इस लोन की जानकारी लगी। सुकन्या योजना में जिन नागरिकों ने अपनी बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए पैसे जमा किये थे, उनके खातों में भी राशि कम निकली। इसके बाद इन सभी ने मिलकर शिकायत की।

उप संभागीय निरीक्षक ने बताया कि मामले में लिप्त चार आरोपियों में से दो रिटायर हो चुके हैं। वहीं एक को विभागीय जांच के बाद नौकरी से निकाल दिया गया है। एक कर्मचारी वर्तमान में गुना पोस्ट आफिस में पदस्थ हैं, उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। उप-डाकपाल चक्रेश जैन और वायएस कुशवाह रिटायर हो चुके हैं। वहीं अजय कुमार भगत वर्तमान में हेड पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं। डाक सहायक मुकेश पटेल को विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर इसी महीने नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।

निरीक्षक धीरज कुमार साकेत की शिकायत पर राघोगढ़ थाने में चारों के विरुद्ध एफआईआर  दर्ज की गई है। उन पर धोखाधड़ी सहित शासकीय सेवक रहते हुए पैसों के गबन का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि 50 हजार से ज्यादा की राशि के गबन पर एफआईआर का प्रावधान है। इसलिए इन सभी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। बहरहाल, पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। वहीं मामले में विभागीय जांच भी की जा रही है।

Back to top button