मध्य प्रदेश

भोपाल में चार दिवसीय आलमी तब्लीगी इज्तिमा शुरू : देश के कौने-कौने से 467 जमातें पहुंचीं

इस बार नहीं मिलेगा नॉनवेज, इज्तिमा में 10 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद

भोपाल (कैलाश गौर)। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हर साल आयोजित होने वाला मुस्लिम समुदाय का धार्मिक आलमी तब्लीगी इज्तिमा शुक्रवार से शुरू हो गया है। इसमें शामिल होने के लिए देशभर से 467 जमातें भोपाल पहुंच चुकी हैं। 4 दिन तक चलने वाले इज्तिमा में 10 लाख से अधिक लोगों के आने का अनुमान है। मुस्लिम धर्मगुरु इसमें धार्मिक तकरीरें देंगे। इज्तिमा के लिए ईटखेड़ी में एक अलग ही शहर बसा दिया गया है, जहां जमातों के लिए ठहरने से लेकर वजू तक के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

ज्ञात हो कि कोरोना के कारण बीते 2 साल से आलमी इज्तिमा का आयोजन नहीं हो पाया था। आज 18 नवंबर जुमे के दिन से शुरू हुआ आलमी इज्तिमा चौथे दिन 21 नवंबर को खत्म होगा। इज्तिमा के पहले दिन शुक्रवार को आयोजन स्थल पर जुमा की नमाज अदा गई। इस दौरान देशभर की जमातों के अलावा बड़ी तादाद में शहरवासी भी शामिल हुए। इधर मेहमान उलेमाओं का भोपाल आने का सिलसिला भी शुक्रवार सुबह से शुरू गया है, जो सोमवार तक होने वाली दीन की महफिलों को संबोधित करेंगे। इस आयोजन के लिए इज्तिमा कमेटी और प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है। इज्तिमा में शामिल होने के लिए अब तक 467 जमातें भोपाल पहुंच चुकी हैं। यहां मुस्लिम धर्मगुरु लोगों को धार्मिक शिक्षा देंगे। इसके बाद लोग यहां से निकलकर समाज में जाकर कुरान और पैगंबर मोहम्मद का संदेश समाजजनों को देंगे। इस बार प्रशासन और इंतजामिया कमेटी इज्तिमा में कुछ पाबंदियां भी लगाई गई हैं। इसके अलावा प्रशासन ने इज्तिमा में पुलिस सिक्योरिटी, ट्रैफिक कंट्रोल और रूट को लेकर कड़ी तैयारियां की हैं।

इज्तिमा के लिए यह की गई हैं तैयारियां

आलमी इज्तिमा में लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद के चलते, उसी अनुरूप व्यवस्थाएं भी गई हैं। ईंटखेड़ी में जमातियों की सुविधा के लिए लगभग 30 लाख स्क्वैयर फीट में टेंट लगाया गया है। इसमें 17 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। इसके अलावा टॉयलेट आदि की तमाम व्यवस्थाएं हैं। इस टेंट के भीतर करीब 17 हजार लोग एक साथ वजू कर सकते हैं। इज्तिमा में खाने की व्यवस्था भी बड़े स्तर पर की गई है। इसके लिए यहां 34 फूड जोन बनाए गए हैं। प्रशासन और इज्तिमा कमेटी ने इस बार बड़ा परिवर्तन करते हुए नॉनवेज खाने पर पाबंदी लगाते हुए केवल वेज खाने के स्टॉलों को ही अनुमित दी है। आयोजन स्थल पर केवल वेज खाना ही मिलेगा। फूड जोन में एक साथ लगभग 2 लाख लोग खाना खा सकेंगे। प्रशासन ने पार्किंग के लिए भी करीब 300 एकड़ जमीन का इंतजाम किया गया है, ताकि इज्तिमा में शामिल होने वाले लोगों के वाहनों को व्यवस्थित पार्क किया जा सके और ट्रैफिक को लेकर कोई व्यवधान न हो।

50 साल में पहली बार विदेशी जमातों के बगैर होगा इज्तिमा

कोविड के दो साल बाद आलमी तब्लीगी इज्तिमा इस बार अपनेआप में हर साल से जुदा होगा। यह 50 साल में पहला मौका है, जब विदेशी जमातें इज्तिमा में शिरकत नहीं करेंगीं। पहली बार 1950 में तब्लीगी इज्तिमा में विदेशी जमातों ने शिरकत की थी। इसके अलावा इस बार इज्तिमागाह को जीरो वेस्ट कैंपस बनाया गया है। यहां अपशिष्टों से खाद बनाई जाएगी। प्लास्टिक और पेपर को रीसाइकल करने के लिए मशीनें और पौंड लगाए गए हैं। वेस्ट मैनेजमेंट रूल-2016 के आदर्श को आगे रखकर की जा रही व्यवस्थाओं से इज्तिमगाह साफ सुथरा भी नजर आएगा और यहां आने वाले मेहमानों के लिए बेहतर वातावरण भी पेश करेगा। हाईटेक हो चुके युग के साथ कदम से कदम मिलाते हुए आलमी तबलीगी इज्तिमा प्रबंधन ने इस बार के आयोजन के लिए नवाचार करने की तैयारी की है, ताकि लाखों लोगों के बड़े मजमे से लोग बेहतर अनुभव लेकर जाएं। प्रबंधन कमेटी ने इज्तिमागाह पर जमातियों की सुविधा के लिए साढ़े 4 हजार अस्थाई टायलेट बनाए हैं। इनके अपशिष्ट को तीन चरणों में ट्रीटमेंट किया जाएगा। इसके लिए इज्तिमागाह पर 3 प्लांट बनाए गए हैं। यहां बजु और निस्तार का करीब 9 लाख लीटर पानी यानि बेस्ट वाटर प्रतिदिन ट्रीटमेंट होकर खेती के लिए दोबारा उपयोग किया जा सकेगा। ट्रीटमेंट होकर बदबू वाला पानी और ठोस अपशिष्ट आयोजन स्थल से दूर पहुंचा दिया जाएगा। इस प्रक्रिया से आयोजन स्थल बदबू से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।

हाईटेक बैलिंग मशीन लगाई: प्लास्टिक और पेपर कुछ ही मिनटों में होगा रीसाइकल

इज्तिमगाह पर हाई टेक बैलिंग मशीन लगाई गई है। इसके जरिए यहां निकलने वाले प्लास्टिक और पेपर को कुछ ही मिनटों में रीसाइकल कर यहां से बाहर भेज दिया जाएगा। इससे कार्यक्रम स्थल पर फैलने वाली गंदगी से निजात मिलेगी। इज्तिमगाह पर स्थापित किए गए प्लांट से बचे हुए खाने, सब्जी के अवशेष आदि को ऑन स्पॉट कम्पोस्टिंग करने की तैयारी भी की गई है। इससे खाद बनाकर तत्काल आसपास के खेतों तक पहुंचाया जाएगा। करीब 80 एकड़ एरिया में लगाए गए पंडाल में जगह-जगह गीले और सूखे कचरे को फेंकने के लिए प्लास्टिक बकेट और बड़े बैग्स का इंतजाम किया गया है। इस व्यवस्था से कचरा यहां वहां फैलने से रोका जा सकेगा। यही नहीं, इज्तिमागाह के कच्ची जमीन पर बड़ी तादाद में लोगों की चहल-पहल से उडऩे वाले धूल के गुबार रोकने के इंतजाम भी इज्तिमा प्रबंधन ने किए हैं। इसके लिए पूरे क्षेत्र में हर 4 घंटे में स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जाएगा। पिछले कई दिनों से ये प्रक्रिया की जा रही है, जो आयोजन के दौरान भी सतत जारी रहेगी। इस व्यवस्था से एलर्जी, दमा, खांसी आदि के मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

व्यवस्थाओं के लिए हजारों वालेंटियर्स किए तैनात

प्रबंधन के पदाधिकारियों के मुताबिक कचरा प्रबंधन के लिए करीब 250 कार्यकर्ता सतत काम पर लगे रहेंगे। इसके साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था संभालने के लिए करीब 4500 वालेंटियर्स तैनात किए गए हैं। इसके अलावा यातायात व्यवस्था देखने के लिए पूरे मार्ग पर 5000 से ज्यादा वालेंटियर पाबंद किए गए हैं। साथ ही इज्तिमागाह की व्यवस्था के लिए भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता सेवा में लगे रहेंगे।

इज्तिमा में नमाजों का समय

फ़ाजिर – 6.10 सुबह

जोहर – 2.00 दोपहर

असिर – 4.30 शाम

मगरिब – 5. 35 बाद बयान

इशा – बयान बाद

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