छत्तीसगढ़कोरबा

वन विभाग की डब्ल्यूबीएम सड़क, गिट्टी की बजाय जंगल से लाकर बिछाया बोल्डर व मिट्टी, 60 लाख में कराया निर्माण …

कटघोरा।  अरसिया से सलिहापहरी तक 15 लाख में डब्ल्यूबीएम सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। वन मंडल के सभी रेंज में हर साल वन मार्गों का निर्माण होता है। कैंपा मद से इसकी मंजूरी मिलती है, लेकिन वन अफसर जंगल से ही पत्थर और मिट्टी मुरूम डालकर सड़क बना देते हैं।

वन मंडल कटघोरा के केंदई रेंज में अफसर नई तकनीक से डब्ल्यूबीएम सड़क का निर्माण करा रहे हैं। गिट्टी के स्थान पर जंगल से ही बोल्डर लाकर इस तरह बिछा दिया और उसके ऊपर मिट्टी यूपी मुरुम डाल दिया। धजाक से बोटोपाल तक साढ़े 4 किलोमीटर सड़क बनाने 45 लाख रुपए की मंजूरी मिली है।

इसकी भी अगर जांच कराई जाए तो बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आ सकता है। यही नहीं किसी को पता ना चले इसके लिए सूचना फलक भी नहीं लगाया जाता। कैंपा मद के कार्यों में मनरेगा किस तरह सोशल ऑडिट कराना होता है, लेकिन अभी तक किसी भी कार्य की सोशल ऑडिट नहीं कराई गई है। केंदई रेंज के रेंजर अश्वनी चौबे की देखरेख में इस तरह की सड़क बनाई गई है। यही नहीं यहां के मजदूरों को भुगतान भी नहीं किया गया है। इस संबंध में रेंजर आरके चौबे से चर्चा करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं हुई।

जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा स्थाई वन समिति के सभापति विजय दुबे ने कहा है कि सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी की गई है। इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। यहां मजदूरों को कम दर पर मजदूरी भुगतान की शिकायत मिली है। वन मंत्री से इस मामले की जांच कर उन्हें पत्र लिखा गया है।

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