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पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 6 महिलाएं जिंदा जलीं; 14 घायल, इनमें से 10 महिलाएं 80% तक झुलसी …

ऊना । मंगलवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर में टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के बाथू में हादसा सुबह करीब 10:15 बजे हुआ। हादसे में 18 महिलाओं समेत कुल 20 मजदूर आग की चपेट में आ गए। इनमें से 6 महिलाओं की जिंदा ही बुरी तरह जल जाने से मौके पर ही मौत हो गई। घायलों में 80% तक जल चुकीं 10 अन्य महिलाओं की हालत भी बेहद गंभीर है। इन्हें PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया है। बाकी का इलाज ऊना के अस्पताल में ही चल रहा है।

उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में हुए फैक्ट्री हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे। मृतकों और घायलों में कुछ मजदूर यूपी के, कुछ बिहार और एक पंजाब से है।

ऊना के टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में पहले धर्म कांटा बनाने का काम चल रहा था। बीते करीब 7-8 महीने से इस जगह पर अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम चल रहा था। इस दौरान सुरक्षा मानकों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। मंगलवार सुबह हुए हादसे के समय 25 से ज्यादा कर्मचारी फैक्टरी में काम कर रहे थे। अचानक धमाके के बाद आग लगने पर कुछ लोग तो बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन 20 लोग आग की चपेट में आ गए। इनमें से छह महिलाएं तेजी से फैली आग में बुरी तरह घिर गई और वे सभी जिंदा ही पूरी तरह जल गईं।

मृतक महिलाएं करीब एक घंटे तक आग में जलती रहीं, और उन्हें किसी ने नहीं बचाया। करीब 11:30 बजे फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। वहीं, आग की चपेट में आकर घायल होने वालों में 12 महिलाएं और दो हेल्पर का काम करने वाले पुरुष हैं। इनमें 10 महिलाओं की हालत गंभीर है।

हादसे में झुलसे लोगों की पहचान नरासरा पुत्री नूरा संतोखगढ़ ऊना, लसरत पत्नी अली हुसैन संतोखगढ़ ऊना, हसगिरी पत्नी नूरा संतोखगढ़ ऊना, जूशी पुत्र चंद्रपाल हरोली ऊना, नसरीन पत्नी सलीम संतोखगढ़ ऊना, शकीला पत्नी नवी हुसैन संतोखगढ़ ऊना, इसरत पत्नी मोहम्मद मोबिन संतोखगढ़ ऊना, अशमा पत्नी मालू संतोखगढ़ ऊना, नतिशा अब्दुल जावेद संतोखगढ़ ऊना, मुस्कान पुत्री छोटे सलीम संतोखगढ़ ऊना, जाफरी पत्नी नूर मोहम्मद संतोखगढ़ ऊना, फारा पुत्री सागीर संतोखगढ़ ऊना तथा जशेल पुत्र बरठी होली के तौर पर हुई है।

हादसे के सभी घायल दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूर हैं और इस पटाखा फैक्ट्री में कुछ समय से काम कर रहे थे। सभी श्रमिक अस्थाई तौर पर ऊना के संतोखगढ़ में रह रहे हैं। मृतकों के शवों की अभी पहचान नहीं हुई है। फिलहाल घायलों को पांच-पांच हजार की फौरी सहायता दे दी गई है।

DC ऊना के मुताबिक, पुलिस जांच में जुट गई है। यदि सरकार आदेश देती है तो इस संवेदनशील मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि पटाखा फैक्ट्री किसकी अनुमति से चल रही थी, इसकी जानकारी उद्योग विभाग से भी मांगी गई है।

बताया जा रहा है कि यहां काम करने वाली सभी श्रमिक महिलाएं ही हैं। DC और SP ऊना सहित पूरा प्रशासनिक अमला पुलिस मौके पर मौजूद है। पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच में जुट गई है। पुलिस यह देख रही है कि आखिर किसकी अनुमति से यहां फैक्ट्री चल रही थी। मृतक मजदूरों के शव पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।

ग्राम पंचायत बाथू की प्रधान सुरेखा राणा ने बताया यह फैक्‍टरी पूरी तरह से अवैध थी। पंचायत की NOC के बिना फैक्टरी का संचालन किया जा रहा था। यहां पानी का कनेक्‍शन भी नहीं लिया गया था। यह फैक्‍टरी स्वां के बिल्कुल छोर पर थी। आसपास के लोगों और पड़ोसियों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी। हादसे के शिकार हुए सभी लोग अन्‍य राज्‍यों के निवासी हैं।

पहले भी फैक्ट्री में एक बार आग लगने की घटना हो चुकी है। उस समय मामले को दबा दिया गया था। अब दोबारा ब्लास्ट होने के बाद उद्योग विभाग पल्ला झाड़ रहा है कि पटाखा फैक्टरी औद्योगिक क्षेत्र से बाहर किसी ग्रामीण की निजी भूमि पर चल रही है। वहीं, हादसे के बाद मृतकों के परिजन मौके पर जुटने शुरू हो गए हैं और घटनास्थल पर मातम का माहौल है। परिजन और मृतकों के आश्रित अपनों को तलाश रहे हैं।

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