छत्तीसगढ़

एसईसीएल में संडे ड्यूटी बंद होने से कर्मचारी संगठन का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी

कोरबा {गेंदलाल शुक्ल} । कोरबा के एसईसीएल सेंट्रल वर्कशॉप में संडे ड्यूटी बंद करने के विरोध में सात दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल पांचवें दिन भी जारी रहा। संयुक्त श्रमिक संगठन के बैनर तले यह आंदोलन तीन दिसंबर तक चलेगा।

सेंट्रल वर्कशॉप के पुरुष कर्मियों के साथ महिला कर्मियों ने मोर्चा खोलते हुए क्रमिक भूख हड़ताल में बैठ गईं हैं। जिनका फूल-माला से स्वागत किया गया। क्रमिक भूख हड़ताल में शामिल हुए महिला कर्मियों में वंदना पांडेय, राम प्यारी, रामिन, अनीता, कांति बाई, मोगरा बाई, संतोषी, जमुना, मोगरा, बिसाहिन, शकुंतला, ममतीन, लहुरा, बिद्रमती शामिल हैं। क्रमिक भूख हड़ताल में शामिल होने से पहले सयुंक्त संगठन ने मानिकपुर पुलिस चौकी को लिखित में सूचना दी है।

हड़ताली कर्मचारियों का कहना है की प्रबंधन द्वारा बीते तीन संडे से डयूटी बंद कर दी गई है। यहां के कर्मचारी पहले भी संडे ड्यूटी की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं। तीन दिन पहले एसईसीएल गेवरा केंद्रीय उत्खनन कर्मशाला के कर्मचारियों ने भी संडे ड्यूटी शुरू करने की मांग को लेकर जीएम कार्यालय का घेराव किया था।

प्रबंधन संडे ड्यूटी बंद होने के बीच फंड की कमी का हवाला दे रहा है जबकि कर्मचारी इसे प्रबंधन की बहानेबाजी बता रहे हैं। श्रमिक नेताओं ने कहा है कि प्रबंधन ने संडे डयूटी प्रारंभ नहीं कि तो तीन दिसंबर  के बाद अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है। महिला कर्मियों का कहना है कि एसईसीएल प्रबंधन संडे ड्यूटी बंद करने से हर माह 10 हजार रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है। महंगाई के समय में बच्चों की पढ़ाई, घर खर्च चलना मुश्किल हो गया है। मांगें पूरी नहीं होने से आगे उग्र आंदोलन की बात कही है।

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