विद्यालय नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा चाहिए, क्षीरसागर के मार्गदर्शन प्रशंसनीय: नंदकुमार
जशपुरनगर। शिक्षकों को किसी विषय की जानकारी हो या न हो पर हमारे बच्चों को नवीनतम तकनीक व विषय की जानकारी दी जानी चाहिए । बच्चों को वे बाते सीखा सकते हैं जिसे वे स्वयं भी नहीं जानते ।
उक्त विचार नंदकुमार प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन (महाराष्ट्र) ने यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा पर कार्यशाला में उपस्थित वि.खं. शिक्षा अधिकारी, सहा.वि.खं.शि. अधिकारी, बी.आर.सी.सी. एवं सी.ए.सी. को विडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए व्यक्त किये । उन्होंने कहा कि छ.ग. राज्य के जशपुर जिले में उर्जावान कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत शिक्षा गुणवत्ता के क्षेत्र में बेहतरीन एवं प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है ।
छ.ग. प्रवेश का एकमात्र जशपुर जिला ही ऐसा जिला है जहां पर बच्चों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करने का कार्य प्रारंभ किया गया है। श्री नंदकुमार ने कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के विद्यालयों की आवश्यकता नहीं है, आवश्यकता अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा की है ।2050 तक की दुनिया कैसी होगी किसी को भी पता नहीं है । शिक्षकों एवं पालकों को सदैव बच्चों की सीखने की स्वतंत्रता देने की ओर ध्यान देना चाहिए और विश्वास करना चाहिए कि बच्चा कर सकता है। बच्चों को चुनौती दें और प्रोत्साहित भी करें, जो बच्चा चुनौती पूर्ण कर लेता है उसका सहयोग अन्य बच्चों को दें। बच्चों की सिखने की गति को कभी न रोके और उसकी जिज्ञासु प्रवृति का सदैव सम्मान करें।
कार्यक्रम में जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने कहा कि जशपुर जिले में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा विद्यालयों में उपलब्ध कराने का कार्य प्रारंभ किया गया है । आने वाले समय में जशपुर जिला शिक्षा के क्षेत्र में पुरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनायेगा । जिले के शिक्षकों एवं शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा बच्चों को उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी । जिला प्रशासन सदैव साथ खड़ा रहेगा
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी एन. कुजूर ने अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा हेतु कार्य करना प्रारंभ कर दें । यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा विद्यालयों में उपलब्ध कराने के तरीके सभी को बताते हुए कहा कि जशपुर जिले के शिक्षक काफी मेहनती और सक्रिय है । बैठक में विभागीय गतिविधियों की समीक्षा भी की गई।
कार्यक्रम में जिला परियोजना समन्वयक रा.गा.शि.मि. के विनोद पैंकरा, यूनिसेफ के सै. परवेज, यशस्वी जशपुर के सदस्य संजीव शर्मा, राजेन्द्र प्रेमी सहित सभी वि.खं. शिक्षा अधिकारी, सहा. वि.खं. शिक्षा अधिकारी, बी.आर.सी.सी. एवं संकुल शैक्षिक समन्वयक उपस्थित थे ।