मध्य प्रदेश

स्वयं को मृत साबित करने के लिए दूसरे की हत्या करने वाले आरोपित को मृत्युदंड

भोपाल। सजा से बचने के लिए स्वयं को मृत साबित करने के लिए दूसरे की हत्या करने वाले शातिर आरोपित को राजधानी की अदालत ने सोमवार को मृत्यु दंड की सजा सुनाई गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार राजधानी की विशेष अदालत ने हत्या के मामले में दोषी रजत सैनी को मृत्युदंड की सजा सुनाई है। यह सजा विशेष न्यायाधीश धर्मेन्द्र कुमार टाडा के न्यायालय ने सोमवार को सुनाई। जानकारी के अनुसार आरोपित पूर्व से ग्वालियर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह पैरोल पर आया था और इस दौरान उसने अपनी ही कद-काठी के अमन दांगी की हत्या कर दी थी और शव को जला दिया था। ऐसा उसने स्वयं को मृत साबित करने के लिए किया था।

आरोपी का दोस्त अमन दांगी, जिसकी हत्या की।

अमलताश कॉलोनी के एक मकान में मिली थी लाश

विशेष लोक अभियोजक वर्षा कटारे के अनुसार 14 जुलाई 2022। खजूरी सड़क थाना क्षेत्र के अमलताश कॉलोनी में मकान नंबर 586। लोगों ने पुलिस को सूचना मिली कि अनीता अहिरवार के मकान से जलने की बदबू आ रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाया। अंदर एक शख्स की अधजली लाश मिली। उसकी पहचान अमन दांगी (21) पिता लखन लाल दांगी निवासी सिराड़ी, थाना दोराहा (सीहोर) के रूप में हुई। वह एमवीएम कॉलेज में बीएससी सेकंड ईयर का स्टूडेंट था। वह साईं ट्रैवल्स में जॉब भी करता था। यह कमरा राघौगढ़ (गुना) के रहने वाले रजत सैनी उर्फ सिद्धार्थ उर्फ माइकल का था। पुलिस ने रजत के बारे में पता किया तो वह नहीं मिला। दूसरे दिन पुलिस ने आरोपी रजत सैनी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पहले तो वह गुमराह करता रहा। बाद में सख्ती करने पर उसने जो वारदात कबूली, उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई।

आरोपी रजत को धोखाधड़ी में हुई थी सात साल की सजा

आरोपी रजत ने पुलिस को बताया कि 2017 में कोर्ट ने उसे धोखाधड़ी के मामले में 7 साल की सजा सुनाई थी। जेल में उसकी पहचान निरंजन मीणा से हुई। रजत को पैसों की जरूरत थी। ये बात उसने निरंजन को बताई तो उसने जेल में ही रामनिवास मीणा से मिलवाया। रामनिवास ने रजत को 5 लाख रुपए उधार दिलवाए। रजत जब समय पर पैसे नहीं लौटा पाया, तो परिवार को धमकियां मिलने लगीं। इसी बीच, उसे पैरोल मिल गई। वह ग्वालियर सेंट्रल जेल से बाहर आया। भोपाल के फंदा इलाके में किराए से रहने लगा। रजत का प्लान निरंजन की हत्या कर उसे इसी किराए के कमरे में दफनाने का था, लेकिन मौका नहीं मिला।

रची खुद की हत्या की झूठी साजिश

निरंजन की हत्या का प्लान फेल होने पर उसने खुद की हत्या की साजिश रची। इसके लिए वह भोपाल में उसे कमरा दिलाने वाले रवि मीणा को मारना चाहता था, लेकिन इसमें भी कामयाब नहीं हुआ। गुरुवार को उसकी जगह दूसरा दोस्त अमन मिल गया। इस पर आरोपी ने कमरे पर बुलाकर अमन की हत्या कर दी। पेट्रोल से शव जला दिया। अमन की हत्या के पीछे उसका मकसद यह था कि पुलिस उसे मरा समझ लेगी। उसे मीणा को 5 लाख रुपए भी नहीं लौटाने पड़ेंगे। वह जेल की बाकी सजा से भी बच जाएगा। योजना के तहत ही उसने जब से कमरा लिया था, तब से कमरे के अंदर ही गड्ढा खोद रहा था। किराए से कमरा लेने के बाद रजत ने रवि मीणा से दोस्ती बढ़ाई। रवि अधिकतर समय उसके कमरे में ही रहता था। रवि ने आरोपी की दोस्ती अमन से भी कराई। रवि उस पर इतना भरोसा करने लगा कि अपना मोबाइल और बाइक तक उसे दे देता था। अमन की हत्या के दिन भी रवि का मोबाइल व बाइक रजत के पास थी। हत्या के बाद उसने मोबाइल शव के पास ही छोड़ दिया, ताकि पुलिस को लगे कि रवि ने ही अमन की हत्या की होगी। जांच में समय लगेगा, तब तक वह भोपाल से गुजरात भाग जाएगा। हालांकि इससे पहले ही वह धरा गया।

नकली नोट भी बनाने का काम भी करता था आरोपी

विशेष लोक अभियोजक वर्षा कटारे ने बताया कि रजत नकली नोट बनाने का काम भी करता था। जब पकड़ा गया था, तो उसके पास से 500-500 के नकली नोट व नोट बनाने की सामग्री व मशीन मिली थी। आरोपी पर रेलवे स्टेशन पर नकली टिकट बेचने के मामले में भी गिरफ्तार हो चुका है। आरोपी इतना शातिर है कि सजा मिलने से पहले बीमार होने का नाटक रचा। बहाना बनाकर अलग-अलग जगह इलाज कराता रहा। बीमारी की आड़ में कोर्ट में बयान देने भी नहीं आता था। इसकी कारण से आरोपी को सजा होने में देर हुई।

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