नई दिल्ली

अरुणाचल से लापता युवक को चीनी PLA ने ढूंढ निकाला, जल्द होगी भारत वापसी …

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश का युवक जो अपने गांव से लापता हो गया था, उसे चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने ढूंढ लिया है। भारतीय सेना ने रविवार को इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के सियुंगला के लुंगटा जोर इलाके के रहने वाले 17 वर्षीय मिराम तारन के रूप में पहचाने जाने वाला युवक मंगलवार 18 जनवरी को कथित तौर पर लापता हो गया था। तेजपुर के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने एक बयान में कहा, “चीनी सेना ने हमें बताया है कि उन्हें अरुणाचल प्रदेश का एक लापता लड़का मिल गया है। उसकी वापसी को लेकर उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।”

अरुणाचल प्रदेश से सांसद तापिर गाओ ने 19 जनवरी को कहा था कि चीनी सैनिकों ने राज्य में ऊपरी सियांग जिले से 17 साल के एक बच्चे का अपहरण कर लिया है। गाओ ने कहा था कि अपहृत किशोर की पहचान मिराम तरोन के रूप में हुई है। उन्होंने कहा था कि चीनी सेना ने सियुंगला क्षेत्र के लुंगता जोर इलाके से किशोर का अपहरण किया और बचकर भागने में कामयाब रहे तरोन के मित्र जॉनी यइयिंग ने स्थानीय अधिकारियों को अपहरण के बारे में जानकारी दी थी। तपीर गाओ ने दावा किया कि यह घटना उस जगह के पास हुई जहां से त्सांगपो नदी अरुणाचल प्रदेश में भारत में प्रवेश करती है।

भारतीय सेना की ओर से 20 जनवरी को बताया गया है कि हॉटलाइन पर चीनी सेना से संपर्क साधा गया है। भारतीय सेना ने पीपल्स लिबरेशन आर्मी से कहा है कि शिकार और जड़ी-बूटियों की तलाश में निकला 17 साल का किशोर मिरम तारोन रास्ता भटक गया है और मिल नहीं पा रहा है। पीपल्स लिबरेशन आर्मी से किशोर की तलाश करने और उसे प्रोटोकॉल के मुताबिक भारत वापस भेजने की मांग की गई है।

वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि जंगनान (चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत या जंगनान कहता रहा है) चीनी क्सिज़ंग क्षेत्र का हिस्सा है। चीन हमेशा से जंगनान पर भारत के अवैध अतिक्रमण का विरोध करता है। पीपल्स लिबरेशन आर्मी कानून के मुताबिक बॉर्डर को कंट्रोल करती है और अवैध सीमा प्रवेश और निकास पर नकेल कसती है।

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