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बड़ी खबर : कोरोना के बाद राजस्थान में तेजी से बढ़ रही ये बीमारी, अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़, 33 जिलों में बनाए गए अपात कंट्रोल रूम …

जयपुर। प्रदेश में मौसम परिवर्तन के साथ ही मौसमी बीमारियों के मरीज धीरे—धीरे बढ़ने लगे, लेकिन इतने जल्दी बढ़ेंगे ये अंदेशा ​नहीं लगाया गया। इसका परिणाम है कि पूरे प्रदेश में डेंगू के मरीज हजारों की संख्या में पहुंच गए हैं। जानकारी के अनुसार, पूरे राजस्थान में पिछले एक महीने में साढ़े 6 हजार से ज्यादा डेंगू के रोगी सामने आ चुके हैं। वहीं, डेंगू से होने वाली मौतों की बात करें तो 100 से ज्यादा मरीज काल के मुंह में समा गए, लेकिन चिकित्सा विभाग के आंकड़ों में इन मौतों की संख्या 10 है। जयपुर में पिछले एक महीने में 14 सौ से ज्यादा मरीज डेंगू के मिले।

कोरोना महामारी के बाद एक बार फिर राजस्थान के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है। हालात ये हैं कि कई अस्पतालों में एक बेड पर दो मरीज तक भर्ती हैं। अस्पतालों के हालात पर नजर बनाए रखने और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।

सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या दो से ढाई गुना बढ़ चुकी है। सवाई मानसिंह अस्पताल में आउटडोर 12 हजार से ज्यादा पहुंच चुका है, वहीं बच्चों के सबसे बड़े जेकेलोन अस्पताल में भी रोजाना का आउटडोर डेढ़ हजार मरीजों तक हो चुका है। इनमें अधिकांश मरीज डेंगू, स्क्रब टायफस और वायरल फीवर के हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने सभी सीएमएचओ, पीएमओ और विभाग के  वरिष्ठ अधिकारियों से वीसी के जरिये निर्देशित किया। उन्होंने 20 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान चलाने को कहा। साथ ही, सभी जिलों में 24×7 कन्ट्रोल रूम और रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन करने, मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के रोगी पाए जाने पर आसपास के 50 घरों में एंटीलार्वा गतिविधियों के निर्देश दिए। मौसमी बीमारियों की पर्याप्त दवाइयों की उपलब्धता और नियमित आपूर्ति बनाए रखने को भी कहा गया है। चिकित्सा कर्मियों के अवकाश पर भी रोक लगाई गई है।

 

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