मध्य प्रदेश

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले कांग्रेस दो गुटों में बटी, यात्रा प्रभारी योगेंद्र तोमर को निकालने की मांग ….

भोपाल। मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की यात्रा से पहले ही कांग्रेस दो गुटों में बंटती नजर आ रही है। यह नजारा ग्वालियर जिले में देखने को मिला। कार्यकर्ता यात्रा प्रभारी के निष्कासन की मांग कर रहे हैं। साथ ही 24 घंटे के अंदर सैकड़ों कार्यकर्ता और जिलाध्यक्ष पार्टी छोड़ने की चेतावनी दे रहे हैं।

मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की यात्रा के प्रभारी योगेंद्र तोमर के विरोध में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जहां जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के समक्ष उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए यात्रा प्रभारी योगेंद्र तोमर के निष्कासन की मांग की। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर योगेंद्र तोमर को पार्टी से निष्कासित नहीं किया तो हम सब कांग्रेसी कार्यकर्ता इस्तीफा सौंप देंगे।

बड़ी मशक्कत के बाद जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने उन्हें समझाया और 24 घंटे की मोहलत दी है कि अगर पार्टी की तरफ से 24 घंटे में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह खुद और सैकड़ों कार्यकर्ता पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।

गौरतलब है, तीन दिन पहले ग्वालियर के कांग्रेस कार्यालय में राहुल गांधी की यात्रा को लेकर बैठक बुलाई गई थी। बैठक में योगेंद्र तोमर मंडल अध्यक्षों को खड़ाकर उनके प्लान के बारे में पूछ रहे थे। बैठक में मौजूद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि आप अपना कार्यक्रम और प्लान बताएं। इसी को लेकर योगेंद्र सिंह तोमर भड़क गए और जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा से बहस हो गई।

बैठक में योगेंद्र तोमर और देवेंद्र शर्मा के बीच विवाद होने पर योगेंद्र तोमर के कहने पर उनके समर्थक कार से अवैध बंदूकें निकाल लाए। एक बैठक की शिकायत को लेकर आलाकमान तक यह सूचना पहुंच गई है। वहीं यात्रा प्रभारी योगेंद्र तोमर आउट जिलाध्यक्ष इस मामले को लेकर आमने-सामने हैं। इसी को लेकर सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर विरोध दर्ज किया और यात्रा प्रभारी योगेंद्र तोमर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की।

उनका कहना है कि योगेंद्र तोमर अवैध हथियारों के दम पर कार्यकर्ताओं को दबाने की कोशिश कर रहा है। यह अहिंसा के रास्ते पर चलने वाली पार्टी है। पार्टी में इस तरह की गुंडागर्दी कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर 24 घंटे के अंदर पार्टी ने उन्हें निष्कासित नहीं किया तो कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी को इस्तीफा सौंप देंगे।

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