मध्य प्रदेश

विधानसभा बजट सत्र दूसरा दिन: विपक्ष नहीं ला सका कटौती प्रस्ताव

राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुआ भारी हंगामा, विधानसभा कल तक के लिए स्थगित

भोपाल। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज मंगलवार को विधानसभा के पटल पर प्रदेश की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश गई। राज्यपाल के सोमवार को हुए अभिभाषण पर चर्चा भी हुई। विपक्ष मंगलवार को सदन में कटौती प्रस्ताव लाने वाला था, लेकिन यह यह प्रस्ताव नहीं लाया जा सका। दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस होने से हंगामा हो गया और विधानसभा की कार्यवाही कल बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इस संबंध में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि हमारे 25 कटौती प्रस्ताव थे, जिन्हें लाना था, लेकिन कार्यवाही स्थगित हो जाने से कटौती प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो पाई। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार ने राज्यपाल से जाे भाषण दिलवाया, उसमें असफल योजनाओं का सफलतापूर्वक व्याख्यान किया गया। 2007 से 2023 तक साढे़ 13 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों का उल्लेख किया, लेकिन केवल 3 लाख करोड़ का निवेश अब तक मप्र की सरकार ने विधानसभा में अपने जवाब में बताया है। राज्यपाल से शिवराज सरकार ने झूठी वाहवाही कराई है। सीधी बस दुर्घटना के संबंध में हमारे साथियों ने ध्यानाकर्षण लगाए हैं। उन पर चर्चा कराने के लिए अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है। कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि राज्यपाल बहुत सीधे और सरल व्यक्ति हैं। आदिवासी वर्ग से आते हैं। सरकार ने उनसे जिस तरह से स्तुतिगान कराया है, ये उनका अपमान है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा चल रही और 1-2 अधिकारियों को छोड़कर बाकी कोई अधिकारी मौजूद नहीं, यही बताता है कि सरकार कितनी गंभीर है।

पटवारी ने लगाया आरोप: सरकार ने 5 साल में बीजेपी ऑफिस में 9 करोड़ का खाना खिलाया

विधानसभा के मीडिया सेंटर में कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया कि सरकार ने 5 साल में भाजपा कार्यालय में उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं को 9 करोड़ रुपए का खाना खिलाया है। जानकारी सबको उपलब्ध करवा रहा हूं। इस प्रश्न को 10-10 बार पूछा गया, लेकिन सरकार उत्तर नहीं दे पाई। 9 बार किसान कर्ज माफी का प्रश्न पूछा, सरकार ने कहा- जानकारी एकत्र की जा रही है। मुख्यमंत्री एक लाख बार कह चुके हैं किसानों की आय दुगनी की जा रही है, इस पर सवाल पूछने को जवाब मिला- जानकारी एकत्र की जा रही है। मुझे कहा- जानकारी एकत्रित की जा रही है और हर्ष विजय गहलोत को कहा- हमने ऐसी कोई घोषणा ही नहीं की। जीतू पटवारी ने पूछा- 9 प्रश्न के उत्तर में जानकारी क्या एकत्रित कर रहे थे? जब सरकार से पूछा कि आपने मिस्टर मीट में कितना खर्च किया? चार बार बोला- जानकारी एकत्र की जा रही है, बाद में लिख दिया- फाइल जल गईं, इसलिए उत्तर नहीं दे सकते। कहने का अर्थ यह है कि सरकार चोरी भी करती है, सीनाजोरी भी करती है, झूठ भी बोलती है, गुमराह भी करती है।

हमें राज्यपाल से बहुत उम्मीद थी : हीरालाल अलावा

कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा ने कहा, आदिवासी क्षेत्रों में किसानों, महिलाओं और आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया गया। हमें उम्मीद थी कि राज्यपाल महोदय पांचवीं और छठवीं अनुसूची के बारे में बोलेंगे, लेकिन उन्होंने अपने अभिभाषण में कुछ नहीं बोला।

विपक्ष आपसी गुटबाजी में कटा हुआ है : यशपाल सिसोदिया

बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा- विपक्ष खुद ही आपसी गुटबाजी में कटा हुआ है। सदन चलने नहीं देना चाहते। कल के राज्यपाल के अभिभाषण में विपक्ष चुप्पी साधे बैठा था। उनका भी मेजें थपथपाने का मन कर रहा था। इतना अच्छा भाषण था। कल आसंदी से पहली बार राज्यपाल के भाषण में पेसा एक्ट का जिक्र किया गया। कांग्रेस को इसी बात की तकलीफ है।

कमलनाथ की उपलब्धि आइफा अवॉर्ड कराना : विश्वास सारंग

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, कांग्रेस का एजेंडा केवल मप्र को गर्त में डालने का है। थोड़ी भी नैतिकता है, तो कमलनाथ जी अपनी 15 महीने की सरकार का लेखा-जोखा दें। उस सरकार की सिर्फ दो उपलब्धियां हैं। भाजपा की गरीब कल्याण की योजनाओं को बंद करना और आइफा अवॉर्ड कराना। भाजपा की सरकार जो कहती है, वो करती है।

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