मध्य प्रदेश

100 से ज्यादा छात्राएं फेल होने पर गुस्साए स्टूडेंट्स ने कॉलेज का घेराव कर की तालाबंदी, प्रिंसिपल कक्ष में घुसने के लिए छात्राएं पुलिस से उलझ गईं, जमकर की धक्का-मुक्की और तोड़फोड़ ….

जबलपुर। यहां का होम साइंस कॉलेज मंगलवार को अखाड़ा बन गया। आक्रोशित छात्राओं ने कॉलेज का घेराव करते हुए तालाबंदी कर दी। कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। पुलिस ने जब छात्राओं को हटाने की कोशिश की तो वे पुलिस से ही भिड़ गई और जमकर धक्का-मुक्की की। नाराज छात्राओं ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ भी की।

दरअसल, होम साइंस का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। इसमें सेकेंड ईयर की 100 और पूरे कॉलेज की 200 से अधिक छात्राएं फेल हो गईं। इससे गुस्साई छात्राओं ने कॉलेज का घेराव करते हुए तालाबंदी कर दी। कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस को बुलवाया तो छात्राएं उनसे भी उलझ गईं। उन्होंने पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की की।

एनएसयूआई की एक पदाधिकारी ने तो पुलिस का हाथ तक पकड़ लिया। पुलिस ने जब छात्रा को हटाने की कोशिश की तो वहां मौजूद अन्य छात्राओं ने हंगामा कर दिया। बोले- पहले महिला पुलिस बुलाओ, आप हाथ नहीं लगा सकते हैं। इस दौरान कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ भी की गई। देखते ही देखते 4 थानों की पुलिस कॉलेज में पहुंच गई।

प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं का कहना है कि सेकंड ईयर में 100 से ज्यादा छात्राओं को फेल कर दिया गया है। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया गया तो उसमें भी कुछ नहीं हुआ। एटीकेटी में तो नंबर और कम हो गए। पुन: परीक्षा आयोजित करने की मांग करते हुए मंगलवार को सैकड़ों छात्राएं कॉलेज पहुंची और प्रिंसिपल से मिलने की मांग करने लगीं। हंगामा देखकर कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस बुला ली।

पुलिस प्रिंसिपल कक्ष के बाहर खड़ी हुई तो छात्राएं भीतर घुसने के लिए पुलिस से उलझ गईं। उनका कहना था कि उन लोगों को बिना किसी वजह के फेल किया जा रहा है। धरने पर बैठी छात्राओं की मांग है कि उन्हें दोबारा पेपर देने की व्यवस्था की जाए।

एनएसयूआई की राष्ट्रीय समन्वयक देवकी पटेल का कहना है कि महाविद्यालय में छात्राओं को लगातार फेल किया जा रहा है। पिछले दिनों भी हमने प्रदर्शन किया था। इसके बाद फेल की गईं 6 छात्राओं की कॉपियां खुलीं, तो उनमें से 3 पास हो गईं। आखिर गड़बड़ी किस ओर से हुई। आप छात्राओं को किस कारण से फेल कर रहे हैं। हमारे कॉलेज में 11 छात्राएं पीजी डिप्लोमा की हैं। उनका कोर्स पूरा नहीं किया और एग्जाम ले लिया गया। एटीकेटी में तो छात्राओं के नंबर और कम हो गए। यहां पर गड़बड़ी पर गड़बड़ी हो रही है।

देवकी पटेल ने बताया कि जब छात्राओं द्वारा मूल्यांकन की मांग की जाती है तो उनकी बातें नहीं सुनी जाती। मजबूर होकर हमने आज तालाबंदी की है। पूरे कॉलेज की 200 लड़कियों के रिजल्ट को प्रभावित किया गया है। हम मान लेते हैं कि मेन एग्जाम में बच्चों ने पढ़ाई नहीं की, तो आपने फेल कर दिया। एटीकेटी में भी पढ़ाई नहीं की क्या, जो और नंबर कम हो गए।

तोड़फोड़ करने वालों पर होगी कार्रवाई- पुलिस

थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि हमने छात्राओं और प्रिंसिपल दोनों की ही बातें सुनी हैं। दोनों को समझाइश भी दी गई है। कुछ छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में तोड़फोड़ की है, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।

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