छत्तीसगढ़

चैतन्य कॉलेज में पूर्व छात्र सम्मेलन : संचालक ने विद्यर्थियों को बताया महाविद्यालय की नींव का पत्थर

छात्रों ने कहा- आज जो भी हम हैं महाविद्यालय से मिली शिक्षा के कारण हैं …

पामगढ़ {राजकुमार श्रीवास} । चैतन्य कॉलेज पामगढ़ में 1 मार्च दिन रविवार को स्थापना वर्ष 2001 के प्रथम बैच के पूर्व छात्र-छात्राओं का सम्मेलन हुआ। माता सरस्वती की प्रतिमा का पूजन कर सम्मेलन आरम्भ किया गया। साथ ही पूर्व छात्रों का अभिनंदन स्वागत गीत के माध्यम से किया। इस बीच सहायक प्राध्यापक ऋत्विज तिवारी ने स्थापना वर्ष 2001 से लेकर वर्तमान सत्र तक के विकासक्रम, सफलताओं व सुनहरे यादों को ताजा किया।

कॉलेज संचालक वीरेंद्र तिवारी ने भूतपूर्व छात्रों व शिक्षकों का अभिनंदन किया। छात्र-छात्राओं से जुड़े अनुभव को साझा करते हुए कहा कि 129 छात्र-छात्राओं से आरम्भ हुए महाविद्यालय के अनमोल रत्नों के यादों को पुनः स्मरण करने का दिन है। महाविद्यालय से कई ऐसे छात्र पढ़कर निकले हैं जो आज के समय में प्रशासनिक, राजनीतिक पदों पर काबिज हैं, जो हमारे लिए गर्व की बात है। पूर्व छात्र महाविद्यालय के नींव के पत्थर हैं, पूर्व छात्र ही नवीन छात्रों के सच्चे मार्गदर्शक और प्रेरणा स्त्रोत होते हैं।

प्राचार्य डॉ. शरद के. बाजपेयी ने कहा कि यह एक भावनात्मक क्षण होता है। यादें सालों तक संजोयी जाती है। संघर्ष के बिना सफलता प्राप्त नहीं किया जा सकता। पूर्व छात्रों ने संघर्ष कर आज जो सफलता प्राप्त की है, वो आने वाली पीढ़ियों के लिए फायदेमंद सिद्ध होगा। इस बीच पूर्व शिक्षकों ने भी अनुभवों को साझा किया। पुराने छात्रों का उत्साह देखते बन रहा था। बिछड़े साथियों से मिलकर कई छात्रों की आंखे हुई नम तो कई छात्रों ने कॉलेज संचालक व पूर्व शिक्षकों से आशीर्वाद प्राप्त किया। सभी ने कॉलेज की बेहतरी के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।

पूर्व छात्रों ने कहा कि कैंपस की यादें ताउम्र रहती है। समय के साथ पढ़ाई का तरीका तो बदला है, लेकिन कॉलेज से पहले की तरह ही होनहार विद्यार्थी पढ़ कर निकल रहे है। छात्रों ने कहा कि महाविद्यालय के संस्कार, आचरण व शीलता जैसे आवश्यक मानवीय गुणों का विकास होता है। आज जो भी हम हैं, वह महाविद्यालय से मिले शिक्षा के कारण ही हैं।

महाविद्यालय के शिक्षक ही बेहतर नागरिकों का निर्माण करते हैं। हम यदि आज सुचारू रूप से जीवन जी रहे हैं। इसमें महाविद्यालय व शिक्षकों की अहम भूमिका है।

इस बीच कॉलेज संचालक ने सभी पूर्व छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। पूर्व छात्रों ने भी कॉलेज संचालक व संस्था को स्मृति चिन्ह व पुस्तकालय के लिए पुस्तक भेंट किया। ततपश्चात स्नेह भोज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम भूतपूर्व छात्र व स्टाफ उपस्थित थे।

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