रेलवे में कैशलेस को बढ़ावा देने पीओएस/ एच 2 एच साफ्टवेयर
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा पारदर्शिता को बनाए रखने के उद्देशय से एवं रेल्वे के विभिन्न विभागों मे सीधे नगदी से लेनदेन के स्थान पर इलेक्ट्रानिक माध्यम से बैंकों के द्वारा सीधे खातों के द्वारा भुगतान को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि नगदी भुगतान से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानियों से बचा जा सके।
अब यात्रियों द्वारा रेल टिकटों की खरीदी एवं बर्थों का रिजर्वेशन भी नगदी रहित के बढावा देते हुए यात्रियों के खातो द्वारा ही डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड के ज़रिये किया जा रहा है। इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा ज़ोन के तीनों मंडलों बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर मंडल के चुने हुए स्टेशनों मे इलेक्ट्रानिक माध्यमों से पीओएस स्वाईप मशीन चरणबद्ध ढंग से लगाये जा रहे है।
इसी कडी में दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा 22 नवम्बर, 2019 से पीओएस स्वाईप मशीन/ यूटीएस के साथ पीओएस/ एच 2 एच मशीन का आरक्षित एवं अनारक्षित टिकट काउंटर से एकीकरण किया गया हैं। इस रेलवे में बिलासपुर रेल मंडल में 18 एवं रायपुर रेल मंडल में 25 स्थान सहित कुल 43 मशीनों में साफटवेयर में सफलतापूर्वक एकीकरण किया गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे में भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा यह सुविधा जल्द ही अन्य सभी स्टेशनों में भी कर दी जायेगी। वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे में 195 मशीन है जो बिलासपुर रेल मंडल में 80, रायपुर रेल मंडल में 43 एवं नागपुर रेल मंडल में 72 सहित कुल 195 मशीनों में इस साफटवेयर की सुविधा प्रदान की जायेगी।