स्वस्थ्य एवं सतर्क रहकर करें स्वैच्छिक रक्तदान
कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर नागरिकों से अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि रक्तदान एक पुनीत कार्य है। सभी दानों में रक्तदान को सर्वश्रेष्ठ दान माना जाता है क्योंकि इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है।
सिकलसेल एनीमिया, थैलेसिमिया, प्रसव के समय महिलाओं को, किसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने पर या बीमार होने पर लोगों को रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो दान किये रक्त से उसकी पूर्ति की जा सकती है। ब्लड बैंकों में रक्त की आवश्यकता की निरंतर पूर्ति करने के लिये पर्याप्त मात्रा में रक्त संग्रह होना जरूरी है। राष्ट्र में निर्मित वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनज़र सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए स्वैच्छिक रक्तदान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा है कि स्वस्थ्य व्यक्ति सुरक्षा मापदण्डों का पालन करते हुए चिकित्सक की सलाह पर स्वैच्छिक रक्तदान कर सकते हैं। राज्यपाल ने कहा है कि सामाजिक दूरी और रक्तदान हेतु जारी की गई गाइडलाइन का पालन करते हुए विशेषकर युवा अधिक से अधिक रक्तदान करें और संकटाग्रस्त मनुष्य का जीवन बचाएं।
एक व्यक्ति द्वारा किये गये रक्तदान से चार जिंदगियां बच सकती हैं। ईश्वर एवं प्रकृति ने मनुष्य को ऐसी शक्ति एवं क्षमता दी है जिससे कि रक्तदाता द्वारा दिये गये रक्त की आपूर्ति शरीर काफी अल्प समय में कर लेता है और रक्तदान को कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।