छत्तीसगढ़रायपुर

नक्सलियों के एंबुश में फंसकर 22 जवान हुए शहीद, दो नक्सलियों के मारे जाने की खबर ….

गुरिल्ला जोन में इकट्‌ठे पहुंचे जवानों पर की अंधाधुंध फायरिंग

 

बीजापुर। बस्तर के जोनागुड़ा में कल 3 अप्रैल को नकसलियों के साथ पुलिस की हुई मुठभेड़ में 22 जवानों के शहीद होने की खबर है। दो नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। कुछ जवान अभी लापता हैं। नक्सल ऑपरेशन के डीजी अशोक जुनेजा मुठभेड़ की घटना के तथ्यों को जुटाने में लगे हुए हैं।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक बार फिर से नक्सलियों ने जवानों को घेरने में कामयाबी हासिल की है। इसके पहले भी कई बार नक्सली जवानों पर हमला कर चुके हैं। कल 3 अप्रैल को यह सूचना मिली थी कि नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हुए हैं। 25 जवानों को लापता बताया गया था। आज यह पता चला कि इस मुठभेड़ में कुल 22 जवान शहीद हुए हैं।

वहीं इस मुठभेड़ में 30 से ज्यादा घायल हैं। लापता जवानों की तलाश के लिए सुबह करीब 6 बजे बैकअप फोर्स को रवाना किया गया है। घटनास्थल पर कई जवानों के शव पड़े हुए हैं जिन्हें अब तक रिकवर नहीं किया जा सका है। मुठभेड़ में 9 नक्सलियों के भी मारे जाने का दावा किया जा रहा है। इसमें एक महिला नक्सली का शव बरामद कर लिया गया है।

तर्रेम क्षेत्र के सिलगेर के जंगल में जोनागुड़ा के पास नक्सलियों ने CRPF की कोबरा, CRPF बस्तरिया बटालियन, DRG और STF के जवान पिछले दो दिन से अलग-अलग आपरेशन पर निकले हुए थे। शनिवार सुबह फोर्स को सूचना मिली कि जोनागुड़ा के पास नक्सलियों का जमावड़ा है। पहले भी यहां सैटेलाइट तस्वीरों में कुछ हलचल दिखाई दे रही थी। यह सूचना एक फोर्स के पास आई तो जोनागुड़ा का आपरेशन अधिकारियों ने तय किया। इसके बाद सभी तरह की फोर्स जो उस समय आसपास के जंगलों में सर्चिंग कर रही थी, उसे मैसेज दिन जाने लगे कि वो जोनागुड़ा की ओर बढ़े।

बस्तर के वार जोन विशेषज्ञों के मुताबिक जोनागुड़ा का एक इलाका गुरिल्ला वार जोन के अंतर्गत आता है। इसमें गुरिल्ला वार अर्थात छिपकर हमले की रणनीति ही कारगर होती है। यहां कभी भी एक साथ फोर्स नहीं जाती, छोटी-छोटी टुकड़ियों में जाती है। लेकिन सभी फोर्स को इनपुट मिल रहे थे कि नक्सली यहां है, लिहाजा एक के बाद एक फोर्स की टुकड़ियां यहां पहुंचती रहीं। पहले से U शेप में घात लगाकर बैठे नक्सली इसी इंतजार में थे। फोर्स जैसे ही इस जोन में बड़ी संख्या में घुसी एंबुश में फंस गई। नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग की मुठभेड़ करीब तीन घंटे चली। नक्सली ऊपरी इलाकों थे, फोर्स के एंट्रेंस पर नजर रखे हुए थे, लिहाजा उन्होंने फौज का बड़ा नुकसान किया। कुछ जवानों ने यहां से लगे गांव की ओर पोजिशन के लिए वहां जाने की कोशिश की, लेकिन नक्सलियों ने वहां भी उनका पीछा कर फायरिंग की। नक्सली हमला कर हथियार, सामान लूटते गए और पीछे जंगलों में भागते गए।

बस्तर IG पी सुदंरराज ने शहीद जवानों की पुष्टि की है। उनके नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 9 नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है, जबकि 15 से ज्यादा घायल हैं। स्थिति स्पष्ट करने में और समय लग सकता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि घटनास्थल पर 250 से ज्यादा नक्सली हो सकते हैं। इनका मूवमेंट अभी भी बना हुआ है। वहीं कुछ लापता जवानों के परिजन भी सामने आए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फोन कर उनसे बीजापुर में हुई नक्सली घटना के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने उन्हें बीजापुर में राज्य और केंद्र के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की मैदानी स्थिति से अवगत कराया। अमित शाह ने कहा, केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे। केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जायेगी। बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति दुखद है, लेकिन फोर्स के हौसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के खिलाफ यह लड़ाई हम ही जीतेंगे।

इस बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी रायपुर पहुंच गये हैं। उन्होंने राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अफसरों से मिले हैं। यहां उन लोगों ने अस्पताल में भर्ती घायल जवानों से मुलाकात की है। उनकी सेहत के बारे में बात की है और हमले से जुड़े सुरक्षा के मुDG अशोक जुनेजा आज बीजापुर में मुठभेड़ वाली जगह पर भी जाएंगे।

Back to top button