लेखक की कलम से
स्वागत नववर्ष….
कल तक मैं
वर्तमान था
आज अतीत हूँ
सिर्फ याद हूँ !
नेह, अल्हड़ता, सरसता,
गति, सुरभि, जीवन्तता को
संजो कर लाये
सुखद पल हर्ष के
पर्व उत्सव से सरस हों
क्षण सभी नव वर्ष के
नव वर्ष की शुभ कामनाएं…
©अभिजित दूबे, पटना