लेखक की कलम से

रक्षा बंधन …

 

दिखे कोई लड़की मुसीबत में,

या फंसी परेशानी में

तो मुझे तुम याद कर लेना

 

किसी लड़की पर अगर कोई

नज़र बुरी डाले ,

तो मुझे तुम याद कर लेना

 

 

लड़की हो घर में रहों,

तोड़े कोई मनोबल किसी लड़की का,

तो मुझे तुम याद कर लेना

 

सोचों बुरा, या बहकने लगो

उठाओ जब ,उंगली किसी लड़की पर

मुझे तुम याद कर लेना

 

भैय्या रक्षाबंधन पर ये वादा दो

करोगें सम्मान हर लड़की का

तो मुझे तुम याद कर लेना

 

कलाई पर तुम्हारी जो बांधी है,राखी मैंने

वो फिर मुस्कुराएगी

हर बहन देश की जब सम्मान पाएंगी !!

 

©शीतल रघुवंशी, अधिवक्ता, दिल्ली             

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