लेखक की कलम से

जय मां भारती …

आओ हम सब मिलकर गाए!

आओ हम सब मिलकर गाए!

 

भारत का नव गीत सुनाए,

जय भारती, मां भारती!

वंदन और अभिनंदन गाए,

आओ हमसब मिलकर गाए,

जय भारती , मां भारती !

 

भेदभाव न करना जाने ,

मिलकर प्रेम से रहना जाने,

जाति-पाति को हम ना माने,

हम सब प्रेम से रहना जाने,

हिंद की बगिया के रखवाले,

इनके साहस बड़े निराले,

आओ मिल हम भारतवासी,

करें शौर्य की आरती,

जय भारती मां भारती!

 

फूल- शूल जीवन में आए,

प्रेम से सबको गले लगाए,

रंग – रंग के फूल खिलाए,

सारी बगिया को महकाए,

यही हमारी शान रे,

यही हमारी मान रे,

निज कर से प्रगति उतर,

कर भारत भूमि संवारती,

जय भारती मां भारती!

 

द्वेष भाव को हम ना जाने,

रिश्तो की मर्यादा जाने ,

प्रेम सह तन मन को थामें,

एक धरा की शान रे

तीस कोटी पहचान रे,

ना फैलाओ कटुता निराधार,

जय भारती, मां भारती,

आओ हम सब मिलकर गाए,

भारत का नव गीत सुनाएं,

जय भारती माँ भारती !

 

©अल्पना सिंह, शिक्षिका, कोलकाता                           

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