नई दिल्ली

लखीमपुर हिंसा के विरोध में 18 अक्टूबर को किसान रोकेंगे रेल, संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन में भरी हुंकार, करेंगे मोदी व शाह का पुतला दहन ….

नई दिल्ली । संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर हिंसा में योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए। आरोप लगाया कि सरकार पावरफुल लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, उल्टा विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना को पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा बताया है। किसान मोर्चा की कॉर्डिनेशन कमेटी ने शनिवार को दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस वार्ता कर किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि किसानों को गाड़ी से कुचलकर कि हमलावरों ने हमें आतंकित करने की कोशिश की थी, लेकिन किसान डरने वाले नहीं है।

लखीमपुर खीरा हिंसा प्रकरण में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने ऐलान किया है कि वे दशहरे के दिन 15 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन करेंगे। साथ ही एसकेएम नेता योगेंद्र यादव ने आगामी 18 अक्टूबर को रेल रोको का आह्वान किया। एसकेएम की मांग है कि लखीमपुर खीरी हिंसा के भाजपा नेता पुत्र आशीष मिश्रा और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी हो। इसके अलावा टेनी को उनके पद से बर्खास्त किया जाए।

वहीं, किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहान ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ सरकार ने हिंसक रुख अपनाया है। हम हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। हम मांग करते हैं कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष को गिरफ्तार किया जाए।

इस दौरान एसकेएम नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड की निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाकर गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने इस साजिश को शुरू किया था। योगेंद्र यादव ने ऐलान किया कि संयुक्त किसान मोर्चा 15 अक्टूबर को दशहरा पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंकेगा। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में आगामी 18 अक्टूबर को देशभर में ‘रेल रोको’ का आह्वान किया है।

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