नई दिल्ली

भारत में तबाही मचा सकता है चक्रवाती जवाद तूफान, जानें क्या हो सकती है उसकी रफ्तार…

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने जवाद चक्रवात के लिए अलर्ट जारी किया है। यह तूफान 4 दिसंबर की सुबह आन्ध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून खत्म होने के बाद यह पहला चक्रवाती तूफान है। मौसम पूर्वानुमान विभाग की मानें तो 3 दिसंबर को मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के विकसित होने की संभावना है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जवाद चक्रवात के दौरान 117 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके कारण आन्ध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इस चक्रवात के कारण उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात में भी बारिश की संभावना जताई गई है। आइए जानते हैं कि जवाद चक्रवात क्या है और इसका नाम कैसे पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक सऊदी अरब के सुझाव पर इसका नाम रखा गया है। जवाद एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ उदार या दयालु से है। अपने नाम के तरह ही इस तूफान के विनाशकारी होने की संभावना नहीं है।

आईएमडी ने बताया है कि थाईलैंड तट पर एक कम दबाव का सिस्टम विकसित हो गया है और यह जल्द ही अंडमान सागर में प्रवेश करेगा। इससे निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत होगा और 2 दिसंबर तक यह बंगाल की खाड़ी तक पहुंच जाएगा। आईएमडी के एक स्पेशल मौसम बुलेटिन में कहा गया है कि 4 दिसंबर की सुबह चक्रवात आन्ध्र प्रदेश और ओडिशा के तट को पार कर सकता है। पिछले साल मई में अम्फान चक्रवात की वजह से 1।3 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए थे और 1।5 करोड़ घर क्षतिग्रस्त ही गए थे। अम्फान चक्रवात के आने से पहले ही 30 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया था।

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