मध्य प्रदेश

कारम डैम की गड़बड़ी उजागर करने वाले युवक को जान का खतरा, सीएम शिवराज व पूर्व सीएम कमलनाथ पर जांच दबाने का आरोप …

भोपाल। मध्यप्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर बने बड़े डैम में हुई गड़बड़ी सबसे पहले उजागर करने वाले युवक लोकेश सोलंकी ने खुद की जान को खतरा बताया है। खरगोन के काकड़दा गांव निवासी लोकेश ने भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए उक्त आरोप लगाए।

उन्होंने कारम डैम निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदारों पर केस दर्ज करने की मांग की। लोकेश का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है।

लोकेश ने मीडिया को बताया कि वह शुरू से ही कारम डैम में हो रही गड़बड़ियों को उजागर करता रहा था, लोकेश ही नहीं अन्य ग्रामवासियों ने भी कई बार जनप्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत की, मगर, भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों ने एक्शन नहीं लिया।

उन्होंने मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए लोकेश ने कहा कि बांध का निर्माण करने वाली दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी को 5 साल पहले पवई बांध निर्माण में लापरवाही के चलते सस्पेंड किया गया था। फिर उसी कंपनी को ये डैम बनाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। जब बांध में लीकेज हुआ तो पता चला कि बांध के वॉल्व का मेंटेनेंस भी नहीं किया गया था, जिसके चलते 48 में से कुल 24 नट ही खुल पाए।

लोकेश सोलंकी ने बांध निर्माण के दौरान हुए सॉइल टेस्ट, निर्माण कार्य की कॉस्ट कटिंग टेस्ट, पडल टेस्ट सहित हर लेवल की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की। साथ ही मामले से जुड़े सभी अधिकारियों की कॉल डिटेल भी सार्वजनिक करने की मांग की।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को एक पत्र लिखकर कारम डैम में हुए कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि धार जिले में बने 300 करोड़ के कारम डैम में हुए भ्रष्टाचार पर अभी तक आपने कोई कार्रवाई नहीं कर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का मन बना लिया है। ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को सैकड़ों करोड़ रुपए का निर्माण कार्य किस आधार पर दिया गया, इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी गहरे प्रश्न पैदा करती है।

उन्होंने पत्र में लिखा है कि, टूट चुके डैम को फोड़कर आपने पानी निकालने का काम कर अपनी पीठ खुद ही थपथपा ली है, लेकिन उन किसानों की सुध नहीं ली, जिनके खेत की मिट्टी बह गई है। मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी सरकार के माथे पर कलंक बने कारम डैम में हुए भारी भ्रष्टाचार के लिए दोषी शीर्ष अधिकारियों को निलंबित कर विभागीय जांच पश्चात सेवा से बर्खास्त किया जाएगा।

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