मध्य प्रदेश

कांग्रेस महाधिवेशन के बाद पीसीसी में होगी जमावट: दिग्विजय, कमलनाथ हो सकते हैं केंद्रीय वर्किंग कमेटी में शामिल

50 फीसदी टिकट 50 साल कम आयु वालों को देने के प्रस्ताव पर लग सकती है मुहर

भोपाल। छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में हो रहे कांग्रेस महाअधिवेशन का आज दूसरा दिन है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी की 2024 की दशा दिशा की रूपरेखा रखेंगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद पहली बार सोनिया गांधी ने देश भर के कांग्रेस नेताओं के साथ संवाद किया। इस अधिवेशन के बाद मप्र कांग्रेस में नए सिरे से जमावट हो सकती है। पीसीसी चीफ कमलनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह केंद्रीय वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में शामिल हो सकते हैं।

महाधिवेशन के पहले दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष को सीडब्ल्यूसी सदस्य नियुक्त करने के अधिकार दे दिए है। ऐसे में संभावना है कि मप्र में एससी, एसटी एवं ओबीसी नेताओं को इसमें शामिल किया जा सकता है। जिसमें सज्जन सिंह वर्मा एवं अरुण यादव भी हो सकते हैं। हालांकि अरुण यादव को ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद उनके स्थान पर राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया जा सकता है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मप्र से किसी आदिवासी नेता को सीडब्ल्यूसी में शामिल कर सकते हैं। जिसमें बाला बच्चन का नाम भी है। ग्वालियर-चंबल से किसी नेता को महत्वूपर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। जिसमें रामनिवास रावत के नाम पर विचार किया जा सकता है। महाधिवेशन के बाद पार्टी विधानसभा चुनाव के चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त करेगी। ये जिम्मेदारी ऐसे नेता को मिलती है जो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगा।

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