मध्य प्रदेश

छटवीं ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए प्रदेश तैयार,  प्रदेश की ग्लोबल उड़ान को धनकुबेर लगाएंगे पंख] मिले 6220 निवेश प्रस्ताव

निवेश के साथ पर्यावरण फ्रेंडली जीरो वेस्ट बनेगी समिट की पूँजी] संभवत: देश में पहली बार कोई इतना बड़ा आयोजन जीरो वेस्ट थीम पर हो रहा

भोपाल/इंदौर। प्रवासी भारतीयों के भावनात्मक जुड़ाव के बाद प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में आज बुधवार से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। मध्यप्रदेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिये संभावित निवेशकों के साथ ग्लोबल उड़ान भरने के साथ ही एक नया अध्याय लिखने को तैयार है। इसमें शामिल होने के लिए दुनियाभर के धनकुबेर जुटे हैं, जो मप्र की अर्थव्यवस्था को 550 बिलियन डालर तक पहुंचाने के लक्ष्य में मददगार बनेंगे। निवेश और औद्योगिक विकास के लिए अब तक 6220 निवेश प्रस्ताव मिले हैं। प्रदेश की ये छटवीं इन्वेस्टर समिट है। समिट 11-12 जनवरी को देश के सबसे स्वच्छ शहर एवं वाणिज्यिक राजधानी इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में होगी।

1000 करोड़ से अधिक निवेश करने 179 उद्योगपतियों ने दिखाई रुचि

इनमें 100 से 1000 करोड़ के निवेश के लिए 708 प्रस्ताव मिले हैं। वहीं 1000 करोड़ से अधिक निवेश करने में 179 उद्योगपतियों ने रुचि दिखाई है। इस दो दिवसीय समिट में मध्य प्रदेश के सीईओ के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 450 उद्योगपतियों के साथ वन टू वन मीटिंग करेंगे। वृहद उद्योग और एमएसएमई सेक्टर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने निवेश फ्रेंडली नीति बनाई है, साथ में एक लाख 20 हजार एकड़ का लैंड बैंक, सिंगल विंडो सिस्टम सहित भविष्य की संभावनाओं वाले मप्र की जमकर ब्रांडिंग की है।

निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए उद्योगपतियों से की वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे और बैंगलुरू में रोड-शो किए। उद्योगपतियों से नियमित रूप से वन-टू-वन चर्चा की। प्रति सप्ताह उद्योगपतियों से भेंट भी की। इसके अलावा, विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की।  समिट प्रदेश के लिए गेम-चेंजर और मील का पत्थर साबित हो सकती है।

‘मध्यप्रदेश-भविष्य के लिए तैयार राज्य’ थीम पर होने जा रही समिट

‘मध्यप्रदेश-भविष्य के लिए तैयार राज्य’ थीम पर होने जा रही इस समिट में पर्यावरण-संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। यह पूरी तरह “कार्बन न्यूट्रल” और ‘जीरो वेस्ट’ पर आधारित होगी। इन्वेस्टर समिट में देश और विदेश के निवेशकों को राज्य में लाने के लिए मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिये अनुकूल वातावरण की तमाम परिस्थितियों का प्रदर्शन किया जायेगा। समिट का उद्देश्य राज्य की नीतियों को बढ़ावा देना, उद्योग अनुकूल नीतियाँ बनाने के लिए औद्योगिक संगठनों के साथ परामर्श कर प्रदेश में निवेशक फ्रेंडली वातावरण बनाना, सहयोग के अवसर और निर्यात क्षमता को बढ़ावा देना है।

देश-विदेश के उद्योगपति करेंगे शिरकत

इंदौर में होने रही इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधि-मंडल भाग लेंगे। इसमें 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास और राजनयिक भाग लेंगे। जीआइएस के अंतर्राष्ट्रीय मंडप में 9 भागीदार देश और 14 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन अपने देशों के विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन करेंगे। समिट से राज्य के निर्यातकों को संभावित विदेशी खरीददार से जुडऩे का अवसर भी मिलेगा। जिन प्रमुख उद्योगपतियों ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में शामिल होने की सहमति दी है, उनमें कुमार मंगलम बिड़ला, नोएल टाटा, नादिर गोदरेज, पुनीत डालमिया और अजय पीरामल सहित भारत के 500 से अधिक प्रमुख उद्योगपति शामिल हैं। कार्यक्रम में फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल, कपड़ा, वस्त्र, रसायन, सीमेंट, खाद्य प्र-संस्करण, रसद, पेट्रोकेमिकल, पर्यटन, नवकरणीय ऊर्जा, सेवाओं आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों की भागीदारी होगी।

65 देशों के प्रतिनिधि और 20 राजदूत शामिल होंगे

सम्मेलन में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में 20 से अधिक देशों के राजदूत/उच्चायुक्त/महावाणिज्य दूतावास/राजनयिक भाग लेंगे। अंतरराष्ट्रीय मंडप में नो भागीदार देश और 14 अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन अपने देशों के विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन करेंगे। इस समिट के माध्यम से राज्य के निर्यातकों को संभावित विदेशी खरीदारों से जुड़ने का अवसर मिलेगा।

समिट में आकर्षण का केन्द्र होगी प्रदर्शनी

प्रदर्शनी में एक समर्पित मध्यप्रदेश पवेलियन होगा, जो औद्योगिक बुनियादी ढाँचे, मौजूदा और आगामी औद्योगिक पार्कों, प्रमुख निवेश परियोजनाओं को प्रदर्शित करेगा। राज्य के विभिन्न पहलुओं जैसे विरासत, संस्कृति, वन्य-जीवन आदि को भी कवर करेगा। प्रमुख कंपनियाँ फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल्स, टेक्सटाइल्स, गारमेंट्स, केमिकल्स, सीमेंट, फूड प्रोसेसिंग आदि विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।

वर्चुअल शुभारम्भ करेंगे प्रधानमंत्री

समिट का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में होगा। सातवें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली करेंगे। साथ ही उनका संबोधन भी होगा। सत्र में सूरीनाम एवं गुयाना के राष्ट्रपति भी शामिल होंगे और उनका संबोधन भी होगा। इनमें 100 से 1000 करोड़ के निवेश के लिए 708 प्रस्ताव मिले हैं। वहीं 1000 करोड़ से अधिक निवेश करने में 179 उद्योगपतियों ने रुचि दिखाई है। इस दो दिवसीय समिट में मध्य प्रदेश के सीईओ के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 450 उद्योगपतियों के साथ वन टू वन मीटिंग करेंगे। वृहद उद्योग और एमएसएमई सेक्टर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने निवेश फ्रेंडली नीति बनाई है, साथ में एक लाख 20 हजार एकड़ का लैंड बैंक, सिंगल विंडो सिस्टम सहित भविष्य की संभावनाओं वाले मप्र की जमकर ब्रांडिंग की है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी समिट को संबोधित करेंगे। केन्द्रीय वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का वर्चुअल संबोधन होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी समिट को संबोधित करेंगे।

हिंदुस्तान का फूड बास्केट है मध्यप्रदेश : शिवराज सिंह

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं एक बात और बता दूं, मध्य प्रदेश की ग्रोथ रेट करेंट प्राइसेज पर 19.76 है। देश में सबसे ज्यादा, भारत की जीएसडीपी में हमारा योगदान पहले 3.6 प्रतिशत हुआ करता था अब 4.6 प्रतिशत है। आज मध्य प्रदेश, हिंदुस्तान का फूड बास्केट है। गेहूं के उत्पादन में हमने पंजाब को पीछे छोड़ दिया है, मध्य प्रदेश नंबर एक पर पहुंच गया है। एक नहीं अनेकों उपलब्धियां हैं। मैं विस्तार में नहीं जाऊंगा, लेकिन मध्य प्रदेश अद्भुत राज्य है। खेती के मामले में हमारा बासमती राइज, सरबती गेहूं मध्य प्रदेश की अलग पहचान है। ईज आफ डूइंग बिजनेस में, गुड गवर्नेंस में, मध्य प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है।

समिट के पहले दिन आज यह रहेगा शेड्यल

समिट के पहले दिन 8  समांतर सत्र होंगे। दोपहर 2 बजे से 3.30 बजे तक 4 समांतर सत्र एवं 4 से 5.30 बजे तक अगले 4 सत्र होंगे। दोपहर 2 से 3.30 बजे के सत्र में एग्रीकल्चर,  फूड एवं डेयरी प्रोसेसिंग, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल डिवाइसेस एण्ड हेल्थकेयर, अपोरचुनिटीज इन नेचुरल गैस एवं पेट्रो केमिकल सेक्टर, रिन्युएवल एनर्जी एवं टेक्सटाइल एवं गारमेंटस विषय पर थेमेटिक एवं सेक्टोरल सत्र शामिल हैं। शाम 4 से 5.30 बजे तक के थेमेटिक एवं सेक्टोरल सत्र में आईटी एवं ईएसडीएम, टूरिज्म और लॉजिस्टिक एवं वेयर हाउसिंग, अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं मोबिलिटी एवं ऑटोमाबाइल एवं आटो कम्पानेन्टस विषय शामिल हैं।

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