मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रस्ताव से खलबली… एमपी कांग्रेस कमेटी ने अभा कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के चयन के लिए सोनिया को किया अधिकृत …

भोपाल. राहुल गांधी फिर अध्यक्ष बनेंगे या शशि थरूर और अशोक गहलोत में मुकाबला होगा. अभी ये तय नहीं. हालांकि, राजस्थान, दिल्ली और छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी तो राहुल गांधी को अध्यक्ष की कुसी पर बैठाना चाहती हैं, लेकिन इससे अलग मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नया अध्यक्ष चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है. पार्टी ने प्रस्ताव पास कर सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया है. अब इस बीजेपी तंज कस रही है कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ राहुल गांधी को अध्यक्ष नहीं बनने देना चाहते.

राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग के बाद मध्य प्रदेश इकाई के रुख को लेकर सियासी माहौल गर्मा गया है. एमपी में कांग्रेस कमेटी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के चयन के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत किया है. एमपीसीसी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष के चयन के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकृत करते हुए प्रस्ताव भेजा है. वहीं, भाजपा इस प्रस्ताव को कांग्रेस की अंतर्कलह से जोड़ रही है।

बीजेपी ने राजस्थान दिल्ली और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने और मध्य प्रदेश इकाई के सोनिया गांधी को अधिकृत करने पर कांग्रेस को निशाने पर लिया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने  प्रदेश कांग्रेस के इस फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ राहुल गांधी को दोबारा कांग्रेस की कमान देना नहीं चाहते. दोनों नेताओं को पता है राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान देना घातक होगा. इसलिए एमपी कांग्रेस ने राहुल के समर्थन में अध्यक्ष का प्रस्ताव पास ही नहीं किया.

इधर, बीजेपी के इस तंज पर कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष चुनने के लिए अधिकृत किया है. बीजेपी नेता इस मामले में भ्रम फैला रहे हैं. राहुल गांधी की पदयात्रा से बीजेपी के अंदर डर है. प्रदेश कांग्रेस के नेता पहले ही बता चुके हैं कि राहुल गांधी पार्टी के लीडर हैं.

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