छत्तीसगढ़बिलासपुर

जिला अस्पताल छिप गया नाली की गंदगी में… प्रसूताएं, एंबुलेंस और 250 मरीज रोज भटक रहे…

बिलासपुर । जिला अस्पताल में 225 बेड की व्यवस्था है। 100 बेड मातृशिशु का नया अस्पताल और 100 बेड पुरानी बिल्डिंग में। हालिया दिनों में कैंसर और दूसरे गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू जैसी व्यवस्थाएं भी चालू की गई है। यही कारण है कि यहां रोजाना अस्पताल के रिकॉर्ड के हिसाब से 500 मरीजों की आमद है। नाली चौड़ीकरण के चलते दो दिन पहले अस्पताल के सामने नाली की 10 फीट के करीब खुदाई गई है। यही नहीं अस्पताल के सामने का स्लैब भी तोड़ दिया गया है। अस्पताल के जानकार बताते हैं यदि नाली बन भी गई तो स्लैब को ढालने और आम लोगों के आने जाने में करीब सप्ताहभर वक्त लगना तय है।

नाला निर्माण के दौरान ठेकेदार ने मलबे का ढेर अस्पताल के गेट के सामने ही छोड़ दिया है। इससे मरीज परेशान हो रहे है। शहर का दूसरा सबसे बड़ा जिला अस्पताल दो दिनों से मरीजों के लिए अघोषित तौर पर बंद हो गया है। नाली चौड़ीकरण के ठेकेदारों ने अस्पताल के सामने की खुदाई कर दी है। यही नहीं नाली से निकलने वाली गंदगी भी अस्पताल के सामने लाकर रख दी गई है। जिसके चलते अस्पताल पूरी तरह छिप गया है। यहां आने वाले मरीज भटक रहे हैं।

प्रसूता और गंभीर मरीजों को दूसरा रास्ता खोजना पड़ रहा है, लेकिन अस्पताल की तरफ से कोई भी सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। पूछने पर जिम्मेदार बताते हैं पीछे का रास्ता खुला है। सवाल है कि आखिर इस रास्ते की जानकारी दे कौन?

नगर निगम काफी दिनों से नाली चौड़ीकरण के लिए सीएमडी चौक से पुराने बस स्टैंड की तरफ यह काम करवा रहा है। इससे विद्यानगर चौक से बाएं हाथ की तरफ की सारी दुकानें और घर मकान प्रभावित है। खुदाई के चलते उन्हें समस्याएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि बाकी जगह तो ठीक, अस्पताल के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करवाते तो यह दिक्कत नहीं होती।

जिला अस्पताल के सामने किसी तरह से खुदाई के कारण लोगों को परेशानी हो रही तो सिविल सर्जन को तत्काल यहां बोर्ड लगवाने के निर्देश दूंगा। साथ ही निगम आयुक्त से बातचीत की जाएगी । -डॉ. अनिल श्रीवास्तव, सीएमएचओ

ऐसा क्यों है, मैं दिखवाता हूं

निगम को जो भी ठेकेदार वहां काम कर रहा होगा उसे मैं दिखवा लेता हूं। अस्पताल को पूरी तरह दबाना गलत है। मरीजों को समस्या न हो, रास्ता खुले ऐसी कोई व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए जाएंगे। – कुणाल दुदावत , आयुक्त, नगर निगम

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