मध्य प्रदेश

महेश्वर में बनेगा टेक्सटाइल टूरिज्म, स्थानीय बुनकरों को देश-दुनिया में मिलेगी पहचान

महेश्वर से 3 किलोमीटर दूर खारिया और केरियाखेड़ी गांव में टेक्सटाइल टूरिज्म’ डेवलप करने का प्रस्ताव तैयार

भोपाल। महेश्वर के बुनकरों को देश-दुनिया के सामने लाने के लिए केंद्र सरकार की एक योजना पर पर्यटन विभाग नई कोशिश कर रहा है। महेश्वर से 3 किलोमीटर दूर खारिया और केरियाखेड़ी गांव में टेक्सटाइल टूरिज्म’ डेवलप करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जो केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय को भेजा गया है। इससे गांव के बुनकरों को अपनी कला को सीधे पर्यटकों को दिखाने का मौका मिलेगा।
टेक्सटाइल टूरिज्म’ डेवलप करने का मकसद पर्यटकों को क्राफ्ट आधारित पर्यटन स्थल पर लाना है। इसके लिए महेश्वर के इन 2 गांव को लेकर प्रस्ताव तैयार किया गया है। यहां पीढिय़ों से बुनकर काम कर रहे हैं, जिनकी कला लोगों के सामने नहीं आ पा रही है। उन्हें टेक्सटाइल टूरिज्म के माध्यम से अपनी कला को लोगों तक रखने और कमाई का जरिया बनाने का सीधा मौका मिलेगा, साथ ही पर्यटन विभाग की कोशिश है कि यहां इस तरह का डेवलपमेंट किया जाए, जिससे पर्यटक इस टेक्सटाइल टूरिज्म की ओर आकर्षित हो।
चंदेरी में शुरू हुआ काम… बाग भी योजना में शामिल
केंद्र सरकार की योजना में प्रदेश की चार जगहों के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं, जिसमें से चंदेरी के प्राणपुर में काम शुरू हो चुका है। यहां विभाग क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज’ बना रहा है। इससे बुनकरों के करीब 200 से अधिक घरों को फायदा होगा। यहां के लिए 7.45 करोड़ स्वीकृत हुए है। बाग को लेकर भी इसी तरह का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। चंदेरी के प्राणपुर में 6 से 7 महीने में काम पूरा हो जाएगा।
घरों को सजाएंगे… गार्डन, कैफेटेरिया होगा डेवलप
केंद्र सरकार को भेजे गए प्रोजेक्ट में पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां डेवलपमेंट की बात कही गई है। यहां के घरों को बुनकरों से जुड़ी पेंटिंग से सजाया जाएगा। मुख्य सडक़ पर होर्डिंग लगाए जाएंगे। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए गार्डन, कैफेटेरिया, रेस्ट रूम, टॉयलेट, बैठक व्यवस्था के साथ ही पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल केंद्र सरकार को इस टेक्सटाइल टूरिज्म (हेरिटेज हैंडलूम सिटी) के लिए 12 से 14 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है।

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