मध्य प्रदेश

बड़ी खबर: एमपी में आफ्रीकन चीतों को आबाद करने के बाद अब शीघ्र ही नजर आएंगे जेब्रा और जिराफ भी

वन मंत्री विजय शाह बोले- जेब्रा और जिराफ को भी 26 जनवरी 2023 के पहले लाने के प्रयास, की जा रही तैयारियां

कैलाश गौर, भोपाल। 70 सालों बाद देश को चीतों से आबाद करने के बाद अब शीघ्र ही अफ्रीका से जेब्रा और जिराफ भारत आएंगे। इसमें बड़ी बात यह है कि इन्हें भी मध्य प्रदेश की धरती पर ही रखा जाएगा। यह जानकारी प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने दी है। उन्होंने बताया कि इन्हें रखने के लिए वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल को चुना गया है। जेब्रा और जिराफ को मध्य प्रदेश में लेंड कराने से पहले उन्हें रखने की व्यापक तैयारी की जा रही है, इसके लिए बाड़े बनाए जा रहे हैं।

वन मंत्री विजय शाह ने पूरा प्लान साझा करते हुए बताया कि प्रदेश में अफ्रीकन चीतों के बाद अब जेब्रा और जिराफ को भी 26 जनवरी 2023 के पहले लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हें वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में रखा जाएगा। वन विहार में पर्यटक अब शेर, बाघ, भालू, लोमड़ी, तेंदुआ, हिरण, बारहसिंगा समेत अन्य जानवरों के साथ जेब्रा और जिराफ के भी दीदार कर सकेंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

सांपों की 7 नई प्रजातियां भी जल्द आएंगी वन विहार

वन विहार नेशनल पार्क अब और अट्रेक्टिव होगा। अब यहां नए-नए जानवरों के दीदार होंगे, सांपों की 7 नई प्रजातियां भी जल्द ही वन विहार आएंगी। वन विहार में पर्यटकों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है और प्रबंधन को मिल रहे रेगुलर फीडबैक में पर्यटकों ने इसके विस्तार के सुझाव दिए हैं। इसलिए अब वन विहार के मैनेजमेंट को रिवाइज कर डेवलमेंट पर जोर दिया जा रहा है। वन विहार में अभी सभी प्रजाति के 1657 जानवर हैं।

दुर्लभ जानवरों के लिए बन रहे विशेष बाड़े

वन विहार में देश और विदेशों से नई दुर्लभ प्रजाति के जानवरों को रखने के लिए अनुकूल माहौल के साथ नए विशेष बाड़े तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए प्रबंधन सेंट्रल जू अथॉरिटी के साथ नए प्रस्ताव ला रहा है। टाइगर, शेरों के साथ कई अलग-अलग जानवरों की ब्रीडिंग की कवायद भी शुरू की जाएगी। दर्शक इस साल के अंत तक यहां कई अन्य नए जानवरों का दीदार भी कर सकेंगे। वन विहार में अभी स्नेक पार्क में सिर्फ 6 प्रजाति के सांप हैं। अब इसे रीइंट्रोड्यूस किया जाएगा। सांपों की 7 नई प्रजाति जल्द वन विहार आएंगी। वहीं, बटरफ्लाई पार्क में नए पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जिससे तितलियों की संख्या और प्रजाति बढ़ सके। नीडम में भी नए घोंसले बनाए जा रहे हैं। एक्सपर्ट्स की टीम नए इंटरप्रिटेशन सेंटर को डिजाइन कर रही है।

नेशनल पार्क, सेंचुरी और सीजेडए को प्रस्ताव भेजे

वन विहार नेशनल पार्क डायरेक्टर पद्मप्रिया बालाकृष्णन के अनुसार वन विहार के कई हिस्सों में रीडेवलपमेंट की जरूरत है। पर्यटकों के फीडबैक के अनुसार भी नई साइट्स डेवलप कर रहे हैं। इस संबंध में कई अन्य नेशनल पार्क, सेंचुरी और सीजेडए को प्रस्ताव भेजे हैं। नए बदलाव कर इसे सैलानियों के लिए और अट्रेक्टिव बनाया जाएगा।

नेशनल पार्कों में बैन होगी प्लास्टिक

वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी नेशनल पार्क में प्लास्टिक और थैलियों पर बैन लगाया जाएगा। यह प्रतिबंध एक जनवरी 2023 से लागू होगा। बैन से पहले पार्कों में वाटर एटीएम समेत अन्य सुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है। सभी कार्य पूरे हो जाने के बाद पार्कों में प्लास्टिक की थैलियों में खाने-पीने का सामान भी ले जाना बैन होगा।

मध्यप्रदेश में 6 माह पहले ही पहुंचे हैं चीता

कुछ दिन पहले ही नमीबिया से 8 चीतें मध्य प्रदेश लाए गए हैं। इन्हें कूनो नेशनल पार्क में रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 सितंबर को पार्क में पिंजरे खोलकर चीता को बाड़े में छोड़ा था। इसी के साथ मध्य प्रदेश टाइगर, लेपर्ड के बाद चीता स्टेट बन गया था। अब प्रदेश में आफ्रीकन जेब्रा और जिराफ के आने की खबर से वन्य जीव प्रेमियों में खुशी का महौल है।

भोपाल वन विहार में लग जाएंगे चार चांद

वन विहार बड़े तालाब के पास पहाड़ी और आसपास के 445.21 हेक्टेयर क्षेत्र को मिलाकर बना है। बड़े तालाब और पहाड़ से सटे होने के कारण इसे जेब्रा और जिराफ के लिए अनुकूल माना जा रहा है। शहर के बीचो-बीच होने के कारण ये अन्य नेशनल पार्कों, जू और अभ्यारण्य से ज्यादा सुरक्षित है। इन बेहत खूबसूरत जानवरों के आ जाने के बाद वन विहार की सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे। साथ ही यहां पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होग्रा।

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