मध्य प्रदेश

एमपी में शिक्षक भर्ती : उम्मीदवार अधिकारियों को भेज रहे 10-10 लाख के ऑफर, रोज आ रहे हजारों मैसेज

कमिश्नर ने ऐसे उम्मीदवारों को दी भर्ती से बाहर करने की चेतावनी

भोपाल। इन दिनों ‘प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन, इसे लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी बेहद परेशान हैं। नियुक्ति के लिए अधिकारियों के पास कैंडिडेट्स द्वारा रोजाना हजारों कॉल और मैसज भेजे जा रहे हैं, जिसमें उन्हें 10-10 लाख रुपए तक रिश्वत देने के ऑफर दिए जा रहे हैं। इतना नहीं कुछ महिला अभ्यर्थी तो ऐसे-ऐसे मैसेज भेज रही हैं कि जिन्हें प्रकाशित नहीं किया जा सकता। इसे देखते हुए कमिश्नर ने ऐसे कॉल और मैसेजेस भेजने वाले कैंडिडेट को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से बाहर करने की चेतावनी दी है।

इस संबंध में लोक शिक्षण आयुक्त अभय वर्मा ने एक विज्ञप्ति जारी कर चेतावनी दी है कि चयन प्रक्रिया को लेकर वॉट्सऐप, एसएमएस भेजने और कॉल करने तथा इस तरह से अनावश्यक दबाव बनाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करते हुए उनकी अभ्यर्थिता निरस्त की जा सकती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि अनावश्यक मैसेज और कॉल करने पर संबंधित संबंधित अभ्यर्थी को भर्ती के लिए दबाव बनाने और अनुचित साधन का उपयोग करने का दोषी माना जाएगा। उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करते हुए अभ्यर्थिता निरस्त करेंगे। अभ्यर्थियों को कहा गया है कि सभी सूचनाएं पोर्टल पर दी जाती हैं। अगर कोई शिकायत या कठिनाई हो तो लिखित में आवेदन देना होगा।

चालू वित्त वर्ष में पूरी कर दी जाएगी भर्ती प्रक्रिया : कमिश्नर

कमिश्नर श्री वर्मा ने कहा कि यह प्रक्रिया किसी भी सूरत में चालू वित्त वर्ष में पूरी कर दी जाएगी। रोजाना हजारों मैसेज और कॉल आने से काम प्रभावित होते हैं। कोई रुपयों का ऑफर करता है और कोई कुछ और…। माना बेरोजगारी है पर इसका मतलब यह नहीं कि प्रक्रिया को बाधित किया जाए। उन्होंने बताया कि एक दिन में एक-एक लाख वॉट्सऐप मैसेज भेजने का कैंपेन चलाया जा रहा हजारों एसएमएस और लगातार कॉल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मंशा किसी का नुकसान करना नहीं है। 15 हजार नियुक्ति कर चुके हैं, किसी पर भी सवाल नहीं उठे।

2018 से इस तरह चल रही उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया

शिक्षकों भर्ती के लिए सितंबर 2018 में उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के नोटिफिकेशन जारी किए और फरवरी-मार्च 2019 में परीक्षाएं हुईं। अगस्त-अक्टूबर 2019 में रिजल्ट घोषित किए गए। इसके बाद फरवरी 2020 में काउंसलिंग शुरू हुई तथा जुलाई में सत्यापन प्रक्रिया चली, लेकिन कोविड के कारण रोक दी। अप्रैल 2021 में दोबारा सत्यापन शुरू हुआ। अक्टूबर 2021 में नियुक्ति मिली। उच्च माध्यमिक शिक्षक के स्कूल शिक्षा विभाग के 15 हजार और जनजातीय कार्य विभाग के 2220 पदों पर भर्ती निकाली थी। वहीं, माध्यमिक शिक्षक के स्कूल शिक्षा विभाग के 5670 और जनजातीय कार्य विभाग के 5704 पदों पर भर्ती निकाली थी।

जनवरी 2020 से इस तरह चल रही प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया

प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा का नोटिफिकेशन जनवरी 2020 में हुआ था। दिसंबर 2021 में फिर से फॉर्म भरे गए। परीक्षा मार्च 2022 में हुई। रिजल्ट अप्रैल में घोषित हुआ था। काउंसिलिंग नवंबर 2022 से शुरू हुई थी। दस्तावेज सत्यापन 8 दिसंबर से शुरू होना था, लेकिन स्थगित कर दिया गया था। स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग के स्कूलों में 18 हजार 527 पदों पर भर्ती होनी है, लेकिन प्रक्रिया रुक-रुककर चल रही है।

प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का यह रहा परिणाम​​​

प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2020 में 194949 उम्मीदवार क्वालिफाई हुए

माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2018 में 216240 उम्मीदवार क्वालिफाई हुए

उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा- 2018 में 42967 उम्मीदवार क्वालिफाई हुए

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