नई दिल्ली

श्रवण कुमार राठौड की मौत से दुखी उदित नारायण ने कहा-मैंने उन्हें कुंभ में जाने से किया था मना …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । 90 के दशक की चर्चित संगीतकार नदीम-श्रवण की जोड़ी के फेम श्रवण कुमार राठौड का गुरुवार को कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से पूरा बॉलीवुड शोक में है। इसी बीच मशहूर सिंगर उदित नारायण ने श्रवण से हुई अपनी आखिरी बात के बारें बताया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि आखिरी बार जब श्रवण से बात हुई तो वह हरिद्वार में कुंभ मेले में था और मुझे कुंभ का हिस्सा बनने के लिए बुलाया था। उदित नारायण ने कहा कि जब मैं मुझे श्रवण के कुंभ जाने की बात पता चला तो मैं थोड़ा डर सा गया क्योंकि मेरे मन में यह सवाल उठा कि श्रवण हेल्थ की परेशानी से जूझते हुए भी कैसे कुंभ जा सकते हैं जबकि स्थिती इतनी भयानक है।

बता दें कि कुंभ खत्म करने के लिए केंद्र सरकार साधू-संतों के आगे हाथ-पैर जोड़ती रही, लेकिन हिन्दू धर्म में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र को साधू-संत किसी भी कीमत पर खत्म करने को तैयार न थे। वहां हिन्दू धर्मावलंबियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी और लोग मोदी सरकार द्वारा जारी गाइडलानइ का पालन नहीं कर रहे थे। वहां पर ना तो सोशल डिस्टेंसिंग थी और न ही किसी साधू ने मास्क ही लगाया था। सभी एक ही जगह नहा रहे थे, इससे संक्रमण और भी बढ़। कुंभ खतम होने के बाद संक्रमित श्रद्धालु अपने घरों को लौट गए, जिससे पूरे भारत में संक्रमण तेजी से फैल रहा है और लोग मर रहे हैं। बीते वर्ष केंद्र सरकार ने दिल्ली की एक मस्जिद से तबलिगी जमात के कुछ लोगों को बल पूर्वक बाहर निकाला था और उनपर संक्रमण फैलाने का आरोप देश भर में लगाया था।

अपने बातचीत के दौरान उदित ने कहा कि श्रवण भाई से मेरी बात हुई थी और उन्होने बताया था कि वो पवित्र स्नान की बात कहकर कुंभ मेले आए हैं। उन्होंने मुझे भी कुंभ आने के कहा था। हालांकि उनके फोन काटने के बाद मुझे ऐसा लगा कि वो महामारी के दौरान वहां क्यों गए हैं और सरकार ऐसे आयोजन क्यों कर रही है। जबकि पहले से ही उनके कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं। दूसरों की बात मानें बिना वो वहां चले गए और आज हम अकेले हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’ ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि लोगों को पाखंड से दूर रखकर उनके स्वास्थ्य की रक्षा करे।

अपने निधन के पहले श्रवण अपनी वाइफ के संग कुंभ मेले में भाग लेने गए थे और लौटने पर कोविड-19 पाए। इन दोनों के अलावा उनके दोनों बेटों का भी टेस्ट कराया गया, जिसमें उनका बड़ा बेड़ा पॉजिटिव आया। श्रवण का परिवार अभी भी अस्पताल में है।

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