मध्य प्रदेश

शाही सवारी पर बवाल: पुलिस ने भीड़ खदेड़ा, सवारी दोबारा नहीं निकालने देने पर हिंदू संगठन भड़के, किया पथराव कांग्रेस विधायक समेत 249 पर केस…

आगर मालवा/नलखेड़ा। आगर-मालवा में सोमवार को बाबा बैजनाथ की शाही सवारी निकालने की मांग को लेकर जमकर बवाल हुआ। लोगों ने कांग्रेस विधायक विपिन वानखेड़े के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। लोगों ने चक्काजाम किया और मौके पर पहुंची पुलिस पर पथराव भी शुरू कर दिया। स्थिति काबू में करने के लिए पुलिस ने भी लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस ने विधायक समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में विधायक, भारतीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष समेत 249 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

दरअसल, विवाद की शुरूआत पिछले सोमवार को ही हो गई थी। प्रशासन ने तब बगैर किसी को बताए आनन-फानन में सुबह शाही सवारी निकाल दी। विधायक विपिन वानखेड़े समेत हिंदू संगठनों ने इसका विरोध जताया। मौके पर मंत्री हरदीप सिंह डंग भी पहुंचे थे। प्रशासन के साथ बैठक के बाद तय किया गया कि अगले सोमवार यानि 23 अगस्त को फिर से सवारी निकाली जाएगी।

सोमवार को कांग्रेस विधायक के नेतृत्व में 100 से ज्यादा लोग दोपहर 1 बजे बैजनाथ मंदिर पहुंचे थे। यहां मंदिर प्रशासन ने सवारी नहीं निकालने की बात कही। इसी बात पर लोग भड़क गए। उनका कहना था कि जब पिछले सोमवार को सवारी निकालने की बात तय हो गई थी, तो फिर आज सवारी क्यों नहीं निकाली जा रही? लोग सवारी निकालने की बात को लेकर मंदिर पर ही धरने पर बैठ गए।

उधर, कुछ युवा छावनी चौराहे पर सवारी का इंतजार कर रहे थे। उन तक ये बात पहुंची, तो उन्होंने भी प्रदर्शन शुरू कर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर दोनों जगह पुलिस अफसर पहुंच गए। अधिकारियों ने कांग्रेस विधायक और युवा मोर्चा के अध्यक्ष मयंक राजपूत को समझाइश दी, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर ले जाने लगी। इस पर लोग और भड़क गए और पथराव शुरू कर दिया। मौके पर काफी लोग जमा हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने भी लाठी मारना शुरू कर दिया।

पुलिस से बचने के लिए लोग दुकानों में घुस गए। पुलिस ने उन्हें बाहर निकालकर डंडों से पीट कर भगाया। पथराव में पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस विधायक विपिन वानखेड़े समेत कई कार्यकर्ताओं को नलखेड़ा थाने भेज दिया। यहां भी थाने के गेट पर ही विधायक ने समर्थकों के साथ नारेबाजी शुरू कर दी। यहां कांग्रेस जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव समेत कई कांग्रेसी पहुंच गए हैं। यहां प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस ने विधायक समेत 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

एसडीओपी ज्योति उमठ का कहना है, शनिवार को बाबा बैजनाथ भक्त मंडल और प्रशासन के साथ बैठक हुई थी। इसमें निर्णय लिया गया कि सवारी नहीं निकाली जाएगी। इसके लिए नई परंपरा, कोरोना गाइडलाइन और पंचक का हवाला दिया गया। यही बात सोमवार को विधायक से कही गई थी, लेकिन वह नहीं माने। लोगों ने पथराव किया, तो पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया।

इस मामले में कोतवाली थाने में दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं। इनमें विधायक विपिन वानखेड़े समेत 150 अन्य के खिलाफ धारा 151 और धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया। इसके अलावा 9 लोग नामजद हैं। सभी को जमानत पर छोड़ दिया गया। इसके अलावा, कोतवाली थाने में ही भारतीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष मयंक राजपूत समेत 90 लोगों के खिलाफ धारा 147, 148, 332, 341, 353, 427, 270, 269, 188 के तहत केस दर्ज किया गया है। इनमें 20 लोग नामजद हैं। पुलिस के मुताबिक विधायक समेत 150 लोगों पर मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने और मयंक राजपूत और 90 लोगों पर प्रदर्शन करने, पथराव करने, चक्काजाम करने समेत अन्य आरोप हैं।

Back to top button