रमन सिंह ने कहा- छत्तीसगढ़ में पुराने शराब ठेकेदार बन गए अब रेत माफिया
नगरीय निकाय चुनाव में शानदार सफलता मिलेगी
कोरबा {गेंदलाल शुक्ल} । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने राज्य में अवैध शराब के एवज में हर रोज तीन करोड़ रुपये भूपेश टेक्स वसूले जाने का आरोप लगाया है।अधिक दर पर दबाव बनाकर सरकारी दुकानों में शराब बेचने मजबूर किया जा रहा है।सरकार के एक साल पूरे ही गए है लेकिन कही भी विकास कार्य पूरे नही हो सके है। नरवा घुरूवा बाड़ी योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कहा नरवा है कहा घूरवा ये भूपेश ही जाने।
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पूछा गया कि सभी जगह घमासान मचा हुआ है तब डॉ रमन का जवाब था कि जब तक घमासान मचेगा नहीं तब तक नहीं मालूम होता कि जीत की संभावना कितनी है। घमासान मचा है यानी कि हम नगरीय निकाय का चुनाव जीत रहे हैं। प्रत्याशी चयन के संबंध में उन्होंने कहा कि नीचे स्तर पर दावेदारों के संबंध में परीक्षण करवाया जा रहा है। प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तीन स्तरों पर की जा रही है। मंडल, जिला के बाद संभाग स्तर पर प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया है। कोशिश यह किया जा रहा है कि विवाद कम हो और आम सहमति से प्रत्याशी का चयन कर लिया जाए। डॉ रमन ने कहा कि एक साल के भीतर ही लोगों का मन बदल गया है।
भूपेश बघेल ने जो वायदे किए वह कहीं पूरा नहीं हो रहा है। 2500 में धान खरीदी की बात करने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार अब 1800 में धान खरीदी कर रही है। बेरोजगारी भत्ता देने के बजाय उसके लिए समिति बना दिया गया है। सभी वायदों पर मंत्री मंडलीय कमेटी बनाकर छोड़ा जा रहा है। शराब बंदी के लिए भी 5 मंत्रियों की कमेटी बनाई गई, एक साल में मंत्रीमंडल कमेटी ने अभी तक अपना निर्णय नहीं दिया है। पूरे प्रदेश में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री की जा रही है। सभी शराब दुकानों में निर्धारित दर से अधिक लिया जा रहा है। अवैध शराब अब शराब दुकानों में बेची जा रही है। सरकार भी अवैध धंधा करेगी इस बात की कल्पना नहीं थी।
शराब का व्यापार करने वाले ठेकेदार और कोचिए रेत के कारोबार में आ गए हैं। अब छत्तीसगढ़ में भी उत्तरप्रदेश और बिहार की तरह रेत माफिया यहां पनपेंगे। यहीं वजह है कि रेत का भाव आसमान छू रही है।
15 सालों में कोरबा की सड़कें नहीं बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक साल से तो भूपेश बघेल की सरकार है अब इस एक साल में कम से कम गिट्टी नहीं तो मिट्टी तो डाल देते गड्ढों में आगे भी क्या रमन सिंह को ही दोषी ठहराते रहोगे।