सारकेगुड़ा फर्जी एनकाउंटर में भूपेश ने कहा- जो तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई होगी
कोरबा {गेंदलाल शुक्ल} । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सारकेगुड़ा फर्जी एनकाउंटर मामले में कहा कि 17 लोगों की मौत बड़ी घटना थी। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसका परीक्षण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मामले में कार्रवाई होगी।
रिपोर्ट लीक को लेकर भाजपा के हमलावर होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब वे सत्ता में थे तब मौन थे। अब हल्ला मचा रहे हैं। यहां बताना होगा कि 28 जून, 2012 को बिजापुर जिले के सारकेगुड़ा में हुई कथित मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 17 आदिवासियों को मार गिराया था।
मामले में फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगे थे नक्सली बताकर निरपराध आदिवासियों को मारने का भी आरोप लगाया गया था। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे नंदकुमार पटेल भी सारकेगुड़ा पहुंचे थे। डा. रमनसिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया था।
जस्टिस विजय कुमार अग्रवाल ने 7 साल की सुनवाई के बाद 17 अक्टूबर 2019 को अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी थी। इसे सोमवार को विधानसभा में पेश किया गया है। रिपोर्ट के कुछ हिस्से मीडिया में लीक हुए हैं, जिसमें कहा गया है कि सुरक्षा बल यह साबित नहीं कर पाए हैं कि मारे गए लोग नक्सली थे। रिपोर्ट में पुलिस की जांच को दोषपूर्ण बताया गया है।