मध्य प्रदेश

लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करके राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम में सील करके रखा गया

भोपाल
लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वैरिफाइड पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपेट) की पहले चरण की जांच हो चुकी है। इन्हें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम में सील करके रखा गया है। 20 प्रतिशत ईवीएम और 30 प्रतिशत वीवीपेट आरक्षित रखी जाएंगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि पहले चरण की जांच में 84 हजार 442 बैलेट यूनिट, 84 हजार 341 कंट्रोल यूनिट और 90 हजार 969 वीवीपेट की जांच की गई। पूरी प्रक्रिया राजनीतिक दलों को सूचित कर उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में की गई।
 
आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों ने इस पूरे काम को देखा और कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों ने भी निरीक्षण किया। जांच के बाद मशीनों को जिलों के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है। मशीनों की जांच का काम 29 जनवरी से 20 फरवरी तक चला। भारत इलेक्ट्रनिक्स लिमिटेड (बेल) बेंगलुरु के इंजीनियरों द्वारा जांच की गई।

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