पत्नीव्रता पति : कर्नाटक के श्रीनिवास गुप्ता ने की कुछ इस अंदाज़ में प्रेम और समर्पण की अभिव्यक्ति, पढ़ें …
मंबई (परिधि रघुवंशी)। प्रेम की एक नई मिसाल पेश की है, कर्नाटक के एक व्यापारी श्रीनिवास गुप्ता ने। दरअसल श्रीनिवास गुप्ता की धर्मपत्नी माधवी का निधन 2017 में एक कार एक्सीडेंट में होगया था।उनकी पत्नी ने बड़े मन से उनके अंडर कंस्ट्रक्शन हाउस के इंटीरियर और बाकी हिस्सों के लिए प्लानिंग की थी,किन्तु घर के पूरी तरह से बनने के पहले ही उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई।
श्रीनिवास गुप्ता का कहना है, कि उन्हें धर्मपत्नी माधवी की बहुत याद आती है।उनकी पत्नी माधवी का सपना था, कि वो अपने नए घर को पूरा होते हुए देखे।और वो दोनों नए घर में साथ रहना चाहते थे। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया कि गृह प्रवेश समारोह में वो अपनी पत्नी की एक हूबहू स्टेच्यू को सम्मिलित करेंगे।
फिर क्या था उन्होंने एक कंपनी से सलाह कर के दिवंगत पत्नी माधवी का सिलिकॉन स्टेच्यू बनवाया।और स्टेज पर उस स्टेच्यू के साथ मेहमानों का स्वागत करने के लिए बैठ गए।गृह प्रवेश में आए सभी मेहमान ये देख कर हैरान हो गए।
यह खबर इस वक़्त इंटरनेट में सेंसेशन बनी हुई है। और हो भी क्यों ना किसी पति का ऐसा समर्पण बहुत सराहनीय बात है ।
पति पत्नी के रिश्ते में, ज्यादातर समाज की जो सोंच है, वो समर्पण की उम्मीद केवल स्त्रियों से ही करती है। ऊपर से पति के दुनिया से जाने के बाद पत्नी का तो जैसे अस्तित्व ही खतरे में आजाता है। जबकि पत्नी के जाने के बाद पुरुषों के लिए कोई विशेष नियम नहीं है।वो अपनी जिंदगी जैसी चाहे बिता सकता है।
दूसरी तरफ समाज के कुछ ऐसे कायदे है,के एक पूरे परिवार की जी हजूरी कर रहे पुरुष को कोई गुलाम नहीं कहता लेकिन कोई पति यदि अपनी पत्नी के प्रति समर्पित है और समय समय पर अपने प्रेम की अभिव्यक्ति करता है तो उसे “जोरू का गुलाम” की संज्ञा दे दी जाती है ।
खैर, अब समय में धीरे धीरे बदलाव आ रहा है और आना भी चाहिए।इस बदलाव की बयार में कर्नाटक के श्रीनिवास गुप्ता का यह कदम प्रसंशनीय है। ऐसे पत्नीव्रता पति की तारीफ होनी भी चाहिए। प्रेम की अभिव्यक्ति बहुत जरूरी है।