हजरा, दिपांशु और संदीप बाजपेयी की कटी टिकट, संगीता तिवारी, शैलेंद्र जायसवाल, लल्लू कश्यप और पुष्पा दुबे अधिकृत प्रत्याशी
बिलासपुर। कांग्रेस ने आखरी समय में बिलासपुर नगर निगम के लिए घोषित पांच पार्षद प्रत्याशियों के नाम बदले हैं। संदीप बाजपेयी, संतोष गर्ग और दीपांशु श्रीवास्तव, हजरा खान की टिकट को काटकर अब संगीता तिवारी, पुष्पा दुबे, शैलेंद्र जायसवाल और लल्लू कश्यप को पार्षद प्रत्याशी तय करने का निर्णय लिया है। इन वार्डों में प्रत्याशी को लेकर पहले से विवाद की स्थिति थी अब नगर निगम में बागियों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
पांच साल तक नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रहे शैलेंद्र जायसवाल का नाम जब घोषित सूची में नहीं था तब सबको आश्चर्य हुआ। इस वार्ड से शहर कांग्रेस के एक पदाधिकारी के दबाव में वार्ड क्रमांक 34 संत रविदासनगर वार्ड से संतोष गर्ग को प्रत्याशी बनाया गया। बिलासपुर नगर निगम में यह सबसे कम वोटरों वाला वार्ड है। यहां 4 हजार से भी कम मतदाता हैं। एक तरह से इस वार्ड को नेता प्रतिपक्ष शैलेंद्र जायसवाल ने अपने हिसाब से बनवाया था। जब टिकट नहीं मिली तब विवाद रायपुर तक पहुंचा। शैलेंद्र जायसवाल बिलासपुर के विधायक शैलेष पांडे के करीबी माने जाते हैं। इस हिसाब से भी इनके टिकट कटने पर सबको आश्चर्य था।
इसी तरह वार्ड क्रमांक 36 बसंत भाई पटेल से संदीप बाजपेयी को प्रत्याशी घोषित किया गया। यहां से पूर्व पार्षद और जमीनी पकड़ रखने वाले लल्लू कश्यप दावेदारी कर रहे थे। वार्ड में और कांग्रेस नेताओं के विरोध के चलते आखिर लल्लू कश्यप को प्रत्याशी बनाया गया। वार्ड क्रमांक 30 पं मुन्नुलाल शुक्ल वार्ड से दिपांशु श्रीवास्तव को प्रत्याशी घोषित किया गया था। दिपांशु अभी पार्षद थे और यहीं से वर्तमान पार्षद पुष्पा दुबे दावेदारी कर रही थीं। आखिर में पुष्पा दुबे को ही टिकट मिली है।
वार्ड नंबर 22 अंबेडकर नगर से हजरा खान पिछले एक माह से प्रचार प्रसार में लगी थी। कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं ने उनको समर्थन देने की बात कही लेकिन यहां से कांग्रेस नेता की पत्नी संगीता तिवारी को टिकट देने का दबाव था। सामान्य वार्ड होने के कारण दबाव का असर हुआ और हजरा खान की टिकट काटकर संगीता तिवारी को प्रत्याशी घोषित किया गया।