मध्य प्रदेश

मिशन 2023 : सर्वे तय करेगा भाजपा विधायकों के भविष्य का फैसला, सर्वे में कमजोर स्थिति वाले विधायकों पर फोकस कर मांगी विकास कार्यों की सूची

चुनाव से पहले कमजोर परफार्मेंस वाले विधायकों की छवि बेहतर करना चाहती है भाजपा

भोपाल (कैलाश गौर)। मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में दोनों ही प्रमुख दल भाजपा एवं कांग्रेस ने कमर कस ली है। मिशन 2023 को लेकर दोनों ही पार्टियां रणनीति बनाने में जुट गई हैं। भाजपा जहां प्रदेश में सत्ता में बने रहने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है, वहीं पिछले चुनाव में जीत के बावजूद अपने हाथ से सत्ता छिन जाने का दर्द झेल रही कांग्रेस द्वारा भी चुनावी समर की तैयारियां पूरी ताकत से की जा रही हैं।

बीजेपी विधानसभा चुनाव से पहले अपने विधायकों का थ्री लेयर सर्वे करा रही है। इसमें एक सर्वे की रिपोर्ट पूरी हो चुकी है, जिसे खुद सीएम शिवराज सिंह ने कराया है। दरअसल, चुनाव से पहले बीजेपी अपने विधायकों की छवि बेहतर करना चाहती है। सर्वे में कमजोर स्थिति वाले विधायकों को फोकस कर उनके क्षेत्र में तेजी से विकास के कार्य कराए जाएंगे। वहीं, कल्याणकारी योजनाओं के अभियानों में तेजी लाकर उनका लाभ जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। अपने विधानसभा क्षेत्र में कमजोर विधायकों को लेकर किए जा रहे इस सर्वे के आधार पर ही सीएम विधायकों से चर्चा कर रहे हैं। इसी के तहत कल शनिवार को सीएम हाउस में मुख्यमंत्री ने विधायकों की बैठक ली और अपने क्षेत्र में कमजोर स्थिति वाले विधायकों को फोकस करने और जनता से जुड़ने की हिदायत दी गई।

सीएम की दो टूक: भोपाल का मोह छोड़कर अपने क्षेत्र पर फोकस करें बीजेपी विधायक

सीएम हाउस में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज ने विधायकों को दो टूक कहा है कि वे भोपाल का मोह छोड़ दें, अपने क्षेत्र का मोह पालें और क्षेत्र में किन विकास कार्यों की जरूरत है बताएं। विकास के जो काम किए जाने हैं, उनकी सूची बनाकर जल्द सीएम सचिवालय को भेजें, ताकि चुनाव आने से पहले क्षेत्र में विधायकों की विकासशील छवि विकसित की जा सके। गौरतलब है कि एमपी के कई विधायकों की ग्राउंड रिपोर्ट क्षेत्र में ठीक नहीं है। इस वजह से सीएम शिवराज का सख्त लहजा देखने को मिल रहा है। बैठक में विधायकों से पेसा एक्ट, पार्टी के आगे के प्रोग्राम, विकास कार्यक्रम आदि के साथ ही विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र को लेकर भी चर्चा की गई। बताया जाता है सीएम शिवराज ने ग्वालियर-चम्बल और सागर संभाग के लगभग 25 जिलों के विधायकों से वन टू वन भी चर्चा की है। बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

‘कल, आज और कल’ पर सरकार और पार्टी का फोकस

ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री निवास पर विधायक दल की बैठक में जब सीएम शिवराज सिंह संबोधित कर रहे थे, उस वक्त उनके हाथ में एक किताब थी। इस किताब पर सीएम शिवराज का बड़ा फोटो लगा हुआ था, किताब पर उसका नाम ‘कल, आज और कल’ लिखा हुआ था। यह किताब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इससे साफ मतलब निकाला जा रहा है कि शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश में पिछले समय में हुए विकास कार्य, वर्तमान में चल रहे विकास कार्य और आगामी समय में सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों की प्लानिंग को शिवराज पूरी तरह फोकस किए हुए हैं। इससे जाहिर है सरकार शीघ्र ही बड़े फैसले ले सकती है।

युवाओं को पार्टी से कनेक्ट करने युवा सम्मेलन करेगी भाजपा

पार्टी सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश के की-बोर्ड माने जाने वाले युवाओं को बीजेपी से कनेक्ट करने के लिए बड़ी तैयारी की जा रही है। सीएम हाउस में हुई विधायक दल की बैठक में इसके लिए भी रणनीति बनी है। बीजेपी आगामी समय में युवा सम्मेलन करने जा रही है। इस सम्मेलन के जरिए अलग-अलग योजनाओं का लाभ दिलाकर युवाओं को भाजपा से जोड़ने की कवायद शुरू होगी।

सरपंच सम्मेलन के जरिए ‘पंच’ मारने का प्लान भी बनाया

बताया जाता है मिशन 2023 के तहत सरकार ने प्रदेश की पंचायतों में बेहतर विकास के आधार पर सरपंचों को कनेक्ट कर सियासी पंच मारने की तैयारी भी की है। शनिवार को हुई विधायकों की बैठक में आगामी समय में सरपंच सम्मेलन आयोजन करने को लेकर भी रणनीति बनाई गई है। सरपंचों को बीजेपी सम्मेलन के जरिए बीजेपी से जोड़ने के लिए विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र के सरपंचों को सम्मेलन में लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

हितग्राहियों को बांटे जाएंगे प्रमाण पत्र

बैठक में तय किया गया है कि भाजपा विधानसभावार कार्यक्रम आयोजित करेगी। सीएम जन सेवा अभियान के तहत प्रदेश सरकार की अलग-अलग योजनाओं के लिए प्राप्त आवेदनों में से फाइनल किए गए पात्र हितग्राहियों को विधानसभावार बड़े आयोजन कर प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। ज्ञात हो कि विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ देकर हितग्राहियों को भाजपा से जोड़ने की पूरी कोशिश कर रही है।

आदिवासियों पर पकड़ मजबूत करने चलाया जा रहा घर-घर संपर्क अभियान

आदिवासी समुदाय में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भाजपा घर-घर संपर्क अभियान से लेकर कई गतिविधियां संचालित कर रही है। पेसा के नियम लागू करने को सरकार का इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इसे देखते हुए सत्ता और संगठन स्तर पर बड़ी कार्ययोजना बनाई गई है। पेसा कानून में किए गए प्रविधानों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बैठक में विधायकों से इसमें सक्रिय भागीदारी करने के लिए कहा गया। वहीं, आगामी माह में बड़े स्तर पर निर्माण कार्यों के लोकार्पण, भूमिपूजन व शिलान्यास कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इसकी रूपरेखा को भी बैठक में अंतिम रूप दिया गया। इस लिहाज से विधायकों की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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