नई दिल्ली

महाराणा प्रताप के वंशज हैं मनीष सिसोदिया; भाजपा को राजपूत वोट बैंक खोने का सताने लगा डर …

नई दिल्ली। शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर सीबीआई जांच के दायरे में आए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लेकर आम आदमी पार्टी ने अब जाति कार्ड खेल दिया है। इसके साथ ही भाजपा व नरेंद्र मोदी अपना राजपूत वोट बैंक बचाने की जुगत में जुट गए हैं। आप पार्टी ने सिसोदिया की सच्चाई बता भाजपा के पैरों तले जमनी खिसका दी है। सिसोदिया को महाराणा प्रताप का वंशज बताते पार्टी गुजरात में राजपूतों को अपने पाले में लाते दिख रही है।

गुजरात के नेता और आप के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव इसुदान गढ़वी ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है, जिसे खुद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी रीट्वीट किया है। इससे पहले पार्टी के प्रवक्ता और सांसद संजय सिंह ने भी सिसोदिया को महाराणा प्रताप का वंशज कहकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर पलटवार किया था, जिन्होंने कहा था कि मनीष के नाम की स्पेलिंग अब MONEY SHH हो गई है।

इसुदान ने ट्वीट किया, ”महाराणा प्रताप के वंशज मनीष सिसोदिया जी को झूठे आरोप में भाजपा परेशान कर रही है जिसके चलते गुजरात के राजपूत युवाओं में बहुत ही रोष जगा है ! अगले कुछ दिनो में 5000 से अधिक राजपूत युवा आप में शामिल होंगे!” केजरीवाल ने भी इस ट्वीट को साझा करते हुए लिखा, ”मनीष जी पर रेड को लेकर देश भर में लोगों में बहुत रोष है। बड़ी संख्या में लोग आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं।”

इससे पहले शनिवार को संजय सिंह ने कहा, ”अनुराग ठाकुर जी कम से कम सिसोदिया वंश का इतिहास तो पढ़ लेते। मनीष सिसोदिया से लड़ाई लड़ो उनका नाम बदलने की हैसियत किसी में नहीं है। सिसोदिया महाराणा प्रताप जी के वंशज हैं आगे से सोच समझ कर बोलना।”

भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से करीब एक दशक पहले उपजी पार्टी इस समय गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है। ऐसे मौके पर पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के बीच ‘आप’ आक्रामक तरीके से पलटवार कर रही है।

पार्टी ने ‘हमले’ को ही ‘हथियार’ बना लेने की रणनीति के तहत सिसोदिया को एक तरफ कट्टर ईमानदार और दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री बताकर बचाव कर रही है तो अब उनकी जाति के सहारे भी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है। गुजरात में राजपूतों की अच्छी संख्या है और पार्टी उनके सामने सिसोदिया को ‘एक प्रताड़ित राजपूत’ के रूप में पेश करने का फैसला किया है। पार्टी को उम्मीद है कि गुजरात में राजपूतों की सहानुभूति से कुछ फायदा हो सकता है।

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