छत्तीसगढ़

दंतेवाड़ा के बेंगलूर से सचिन तेंदुलकर तक पहुंच गया मद्दा राम

दिव्यांग क्रिकेट खेलने की आस

रायपुर। धुर नक्सली क्षेत्र दंतेवाड़ा का गांव बेंगलूर। यहां न कोई आने के बारे में सोच सकता है और न ही जाने के बारे में। जंगलों में ही रहना है और यहीं गुजर-बसर करना है लेकिन सांतवी कक्षा के मद्दा राम को यह सब मंजूर नहीं था। वह बहुत दूर उड़ान भरने की सोच में था, मगर दोनों पैर पोलियो के कारण उसे चलने के लिए रोक रखा है। कहीं से दिव्यांग क्रिकेट को सुना तो वह दिन-रात इसी धुन में हो गया कि उसे तो क्रिकेट मैच खेलना है। दोस्तों ने मदद की और वह एक उड़ान भर ही लिया जब सचिन तेंद़ुलकर ने उसे क्रिकेट खेलने के लिए बैट और पूरा किट डाक से भेज दिया।

यह है सोशल मीडिया का कमाल। जब देखते ही देखते बात सचिन तेंदुलकर तक पहुंची और अब मद्दा राम को देशभर में लोग जानने लगे।

“कुछ करने का जज्बा, मन की उमंगता|

मुश्किलें कुछ भी हो, आज न हार होगी”||

                इस बात को आज साबित कर दिखया आदिवासी वनांचल, बीहड़, धुर नक्सली क्षेत्र जिला दन्तेवाड़ा विकासखंड कटेकल्याण ग्राम पंचायत बेंगलूर के कक्षा सांतवी के छात्र मद्दा राम कवासी पिता डोमा राम कवासी ने अपने एक अच्छे सोच और पक्के इरादे से आज सबके बधाई के पात्र बन गए हैं। क्योंकि ऐसा होना भी चाहिए मद्दा राम अपने दोनों पैरों से पोलियो के कारण दिव्यांग है। इसको अपनी कमजोरी न मानते हुए वह अपने साथियों के साथ अच्छे से क्रिकेट खेल लेता है और साथ-साथ वह चौका-छक्का मारने के साथ वह पैरों के बल घसीटकर रन भी लेता है, यह उन सब विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत है जो सब कुछ होते हुए भी अपने आपको कमजोर महसूस करते हैं।

मद्दा राम खुद मीडिया के सामने अपनी आप बीती के माध्यम से कहता है मेरा पिताजी एक गरीब किसान हैं। मैं अपने भाई-बहन में सबसे बड़ा हूं, जो खुद के बनाये हुए बल्ला से अपने साथियों के साथ क्रिकेट का खेल खेलता हूं। मेरे सभी साथी खेल खेलने में सहयोग करते हैं। रोज स्कूल में अपने साथियों के साथ क्रिकेट खेलते हैं, एक दिन उसके शिक्षक ने उनके खेल का वीडियो बनाकर फेसबुक में शेयर कर दिया।

वीडियो जैसे वाइरल हुआ पूरा वीडयो को बहुत लाइक मिला। साथ ही साथ यह वीडियो भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत रत्न सचिन तेंडुलकर को 13 जनवरी 2020 दिखा। उन्होंने वीडियो लाइक करते हुए अपने विचार शेयर किए ‘यह अद्भुत वीडियो नए वर्ष में कुछ नया लेकर आया है, जिससे हम सब को प्रेरणा लेना चाहिए।‘ जिससे मद्दा राम कवासी को मानो एक पहचान मिल गई। देखते-देखते छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपना संदेश और बधाई प्रेषित किया।

शासकीय माध्यमिक शाला बेंगलूर विकासखंड कटेकल्याण जिला दन्तेवाड़ा के साथ-साथ पूरे गांव के लिए एक मिसाल बन गया,एक अच्छा सोच नेक इरादा जो हमे एक नई मंजिल की ओर हमेशा अग्रसर करता है। आज मद्दा राम को पूरा मीडिया के माध्यम से पहचान मिल गया और साबित भी कर दिखाया यदि मन में कुछ करने की जुनून हो तो कठिन कार्य को भी मुश्किलों से भी जीत जा सकता है, यह उन विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा स्रोत है जो सब कुछ होते हुए भी अपने आपको कमजोर महसूस करता है, आज मद्दा राम के सहयोग के लिए जिला शिक्षाधिकारी ने व्हीलचेयर एव क्षेत्र के विधायक श्रीमती देहुति कर्मा मैडम ने उनके पढ़ाई हेतु गोद भी ले लिया है।

मद्दा राम उस समय खुशी से फूला न समाया जब अचानक 3 जनवरी 2020 को क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के द्वारा उपहार स्वरूप पूरे क्रिकेट का किट उनके डाक पते पर पोस्ट के माध्यम से भेजा गया और साथ में एक पत्र भी, पत्र में सचिन तेंदुलकर लिखते हैं कि,

प्रिय मद्दा राम

आप जिस तरह इस खेल का आनंद ले रहे हैं। उसे देख कर अच्छा लगा। ये आप और आपके दोस्तों के लिए मेरी तरफ से प्यार भरी भेंट, खेलते रहिए।

-सचिन तेंदुलकर

इस उपहार को पाकर एक नन्हें पंख में मानो उड़ान की तैयारी हो जो अपने शारिरिक अक्षमता को भूलकर उड़ान की तैयारी में आगे पथ पर बढ़ रहे हैं। आप निरतंर इसी तरह आगे बढ़ते रहो और हम सबका प्रेरणा स्त्रोत बनते रहें।

             लक्ष्य न ओझल होने पाए,

कदम मिला के चल,

             कामयाबी कदम चूमेगी,

आज नहीं तो कल,

                  आज नहीं तो कल…..

©दिल्ली बुलेटिन के लिए योगेश ध्रुव ‘भीम’ की रपट
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