मध्य प्रदेश

कमलनाथ की दो टूक: जो कांग्रेस से जाना चाहता है खुशी से जाए, मैं खुद कार से छोड़कर आऊंगा, बोले- बीजेपी प्रेशर और प्रलोभन की पॉलिटिक्स कर रही …

भोपाल। पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- कोई जाना चाहता है, तो हम उसे रोकेंगे नहीं। जो लोग बीजेपी में भविष्य देखकर जाना चाहते हैं, तो जाएं। मैं उन्हें अपनी कार से छुड़वाउंगा। किसी के कांग्रेस छोड़कर जाने से पार्टी खत्म नहीं हो जाएगी।

कमलनाथ ने ये बात भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं किसी की खुशामद में विश्वास नहीं करता। जो लोग कांग्रेस में काम कर रहे हैं, वे पार्टी के प्रति निष्ठा से काम कर रहे हैं। ज्ञात हो कि दो दिन पहले ही पूर्व विधायक और कमलनाथ के करीबी अरुणोदय चौबे ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि अरुणोदय को तीन-चार महीने पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव में वे कांग्रेस विरोधी काम कर रहे थे। वे खुद को बचाना चाह रहे हैं, उनके ऊपर दबाव है। उन्होंने मुझे फोन करके बताया। अरुणोदय के खिलाफ धारा 307 से लेकर 302 तक के केस दर्ज हैं। पहले फर्जी केस लगाओ, फिर भाजपा में शामिल करने का प्रेशर बनाओ, यही भाजपा की नीति है।

कमलनाथ ने कहा कि भाजपा प्रेशर, पैसे का प्रलोभन दे सकती है, जिसे जाना है, वो जाएगा ही। क्या मैं उसके घर जाऊं उसे रोकूं? दबाव डालूं? मैं किसी को दबाकर नहीं रोकना चाहता। दु:ख की बात ये है कि मप्र में ऐसा कानून नहीं है, जिससे झूठे केस बनाने और गवाही देने वालों पर कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा- सरकार का फोकस आदिवासी समाज को बांटने पर है। भील-भिलाला, गोंड-कोरकू को बांटने में लगे हैं, ताकि एक रहने वाला आदिवासी समाज बंट जाए। आदिवासी समाज की उपजातियों के संगठन बनाकर उन्हें प्रलोभन देकर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। समाज को हिंदू, धर्म और जाति के नाम पर बांटने का काम करना भाजपा का गेम प्लान है।

कमलनाथ ने खातेगांव विधायक आशीष शर्मा के परिवारवालों पर सूदखोरी का आरोप लगाते हुए युवक की आत्महत्या के मामले में आंदोलन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मैंने प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल को राय दी है कि वे प्रदेश के हर जिले में जाकर सबकी बात सुनें। कार्यकर्ताओं को उत्साहित करें। घर बैठे कार्यकर्ताओं को बाहर निकालना है। नए लोग आगे आ रहे हैं। पीसीसी के सदस्यों में कई नए चेहरों को मौका मिला है। हेमंत कटारे की चिट्‌ठी पर बोले- मैं सबके सुझाव नहीं मानता। मैं वही करता हूं, जो कांग्रेस के हित में होता है।

उल्लेखनीय है कि मार्च 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने से कमलनाथ सरकार गिर गई थी। सत्ता परिवर्तन के बाद 7 विधायकों ने भाजपा और दूसरी पार्टी जॉइन की। इनके साथ कार्यकर्ता भी दूसरी पार्टी में गए। ग्वालियर में महिला कांग्रेस कमेटी की जिला अध्यक्ष रुचि गुप्ता के साथ जिला महिला कांग्रेस कमेटी की जिला उपाध्यक्ष रचना कुशवाह, जिला महामंत्री वर्षा कुशवाह, ब्लॉक अध्यक्ष रानू कुशवाह सहित 5 ब्लॉक अध्यक्ष, 2 वार्ड अध्यक्ष, एक जिला उपाध्यक्ष, एक जिला महामंत्री ने भी कांग्रेस छोड़ी है।

 

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