रायपुर

अमित जोगी को नहीं मिली सुरक्षा, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन और उनके परिवार की सुरक्षा में कमी करने का निर्णय

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके परिवार की सुरक्षा में कमी करने का निर्णय लिया गया है, वहीं जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नाते अमित जोगी द्वारा सुरक्षा की मांग किए जाने के आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया है।

इस संबंध में गृह विभाग के प्रोटेक्शन रिव्यू ग्रुप की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया है। गृह विभाग के उप सचिव के हस्ताक्षर से जारी संशोधन आदेश में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा उनके पुत्र अभिषेक सिंह को को पहले जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही थी अब उन्हे जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी। वहीं डा. रमन की धर्मपत्नी वीणा सिंह को अब जेड की जगह एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। जबकि पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की धर्मपत्नी ऐश्वर्या सिंह तथा डॉ. रमन सिंह की पुत्री अस्मिता गुप्ता को मिल रही एक्स श्रेणी की सुरक्षा को समाप्त कर दिया गया है।

इसके साथ ही गोवर्धन मांझी पूर्व विधायक को जेड की जगह वाय प्लस, श्रीमती पिंकी शिवराज शाह पूर्व विधायक को वाय प्लस की जगह वाय, एएन उपाध्याय पूर्व डीजीपी को वाय की जगह अब एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी।

इनकी सुरक्षा श्रेणी रहेगी यथावत

श्रीमती रेणुका सिंह केन्द्रीय राज्य मंत्री- वाय प्लस, श्रीमती सुमित्रा मारकोले तथा सेवक राम नेताम पूर्व विधायक कांकेर- वाय प्लस, ब्रह्मानंद नेताम पूर्व विधायक भानूप्रतापपुर- वाय प्लस, डॉ. शिवकुमार डहरिया मंत्री छग शासन, बृजमोहन अग्रवाल विधायक रायपुर, गणेश राम भगत पूर्व मंत्री की वाय सुरक्षा श्रेणी यथावत रखी गई है। वहीं बेदूराम कश्यप व लच्छूराम कश्यप पूर्व विधायक चित्रकोट को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती रहेगी।

…..वही होता है जो मंजूर ए छत्तीसगढ़ महतारी – अमित

जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक अमित जोगी द्वारा सुरक्षा की मांग की गयी थी। उनके आवेदन को अमान्य करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में अमित जोगी से प्रतिक्रया पूछने पर उन्होने शायराना अंदाज में कहा कि- भूपेश जी लाख बुरा चाहे तो क्या होता है वही होता है जो मंजूर ए छत्तीसगढ़ महतारी होता है। उन्होनें आगे कहा कि लोकतंत्र में विरोध की आवाज को कुचलने के लिए पहले मेरे विरूद्ध फर्जी केस करके जेल भेजा, हाईकोर्ट से मुझे जमानत मिल गयी। तबियत बिगड़ने पर मेरा ईलाज नहीं होने दिया। अब मैं बेल्लूर से स्वस्थ्य होकर लौट आया हूं। इन हथकंडों में सफल नहीं होने पर सुरक्षा तक नहीं देने का निर्णय ले लिया गया। मैं विचलित नहीं हूं छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा में मेरा बाल भी बांका नहीं हो सकता।

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